बरेली. यूपी की सत्ता पर काबिज होते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक के बाद एक कई बड़े फैसले लिए थे. इनमें से सबसे महत्वपुर्ण फैसला अवैध कत्लखानों को बंद करने का था. सरकार के इस फैसले के बाद काफी हो हल्ल्ला भी हुआ था. दरअसल यूपी चुनाव के पहले बीजेपी के मुख्य एजेंडा में गौ-रक्षा भी एक मुद्दा था और योगी आदित्यनाथ खुद भी कट्टर हिंदुत्व के समर्थक माने जाते रहे हैं. ऐसे में सरकार का ये फैसला काफी चर्चा में रहा. लेकिन योगी सरकार में पहला सरकारी अधुनिक बूचड़खाना खोला है जिसमें रोजाना 800 से 1000 जानवर काटे जाने की योजना है.
बता दें कि यूपी के बरेली में भारत का पहला अत्याधुनिक सरकारी बूचड़खाने में उत्पादन मंगलवार को शुरू हो गया. उसमें तैयार प्रोडक्ट अंतरराष्ट्रीय स्तर के होंगे. मिली जानकारी के अनुसार यह स्लॉटर हाउस अत्याधुनिक तकनीक का है.
इसमें तैयार होने वाला मीट अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मानक पर खरा उतरेगा. यह स्लॉटर हाउस पीपीपी मॉडल पर तैयार हुआ है इसका संचालन मारिया फ्रोज़न एग्रो फूड प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड करेगा. पीपीपी मॉडल के तहत 60 करोड़ में तैयार स्लॉटर हाउस के उदघाटन समारोह के अवसर पर मारिया फ्रोजन एग्रो फूड प्रोडक्ट प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन हाजी शकील कुरैशी ने बताया कि स्लॉटर हाउस में दुनिया की अत्याधुनिक तकनीकी की मशीने लगाई गई हैं.
इसके निर्माण में सरकार से मिलने वाली 15 करोड़ की सहायता नहीं ली गई, स्लॉटर हाउस की स्थापना का पूरा खर्चा मारिया फ्रोज़न ने उठाया है. स्लॉटर हाउस का मीट सऊदी, वियतनाम, अल्जीरिया सहित आधा दर्जन से अधिक देशों में सप्लाई होगा. आप के बता दे कि प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से यह प्रोजेक्ट साढ़े 300 से 400 करोड रुपए का टर्न ओवर होगा.
यह प्रोजेक्ट पीपीपी मॉडल पर होने के कारण मारिया फ्रोज़न प्रतिवर्ष नगर निगम को तीन करोड़ रुपया देगा. इसके अलावा विदेशों में सप्लाई के लिए अलग से लगभग 800 -1000 जानवर काटने की योजना है. प्रत्यक्ष रूप से एक हजार से 1500 लोगों को रोजगार मिलेगा. साथ ही लगभग दस हजार लोगों को अप्रत्यक्ष रूप में रोजगार मिलेगा. उन्होंने इसे देश का सरकारी सबसे अच्छा मॉडर्न स्लाटर हाउस बताया.