लखनऊ, दीपक ठाकुर। उत्तर प्रदेश में आये दिन गुंडा राज की कोई ना कोई तस्वीर सामने आ ही जाती है जो आम जनता के लिए दिल दहलाने वाली होती है और ये सोचने पर मजबूर कर देती है कि क्या वाकई यू पी में लचर है कानून व्यवस्थता।
बीती रात अलीगढ के टप्पल गाँव में फ़ार्म हॉउस पर जो गुंडई का तांडव हुआ उसे सुन सभी सिहर गए और तो और उसके बाद यमुना एक्सप्रे हाइवे पर दिल्ली से लखनऊ आ रही बस के यात्रियों से जो लूट पाट हुई वो इस बात की ओर साफ़ इशारा करती है कि यू पी में कानून का खौफ अपराधियों को ज़रा भी नहीं है।
उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था का डंका पीटती प्रदेश सरकार के मुह पर ऐसी वारदाते तमाचे पर तमाचा मरती रहती हैं पर सरकार सिवाय जांच होने की बात के अलावा कुछ ठोस कदम उठाने में नाकाम ही साबित होती है।
यही कारण है कि यहाँ अपराधियों के हौसले बुलंद है। सरकार को चाहिए की वो प्रदेश की जनता को सबसे पहले सुरक्षा प्रदान करे सिर्फ योजना बनाने भर से उसका काम ख़तम नहीं होता बल्कि उसे काम का विश्लेषण भी करना चाहिए सुरक्षा में कहाँ चुके है इसको भी देखना चाहिए और इसके खिलाफ कोई ऐसा कठोर कदम उठाना चाहिए जिससे अपराधी अपराध करने से पहले हज़ार बार सोचे।।