भ्रष्टाचार देश के कोने-कोने में बसा हुआ है. बस फर्क सिर्फ इतना है कि कहीं ये ज्यादा और कहीं कम. टाइम्स ऑफ इंडिया पर छपी खबर के मुताबिक एक एनजीओ द्वारा आयोजित किए गए सर्वे में सामने आया है कि सबसे भ्रष्ट राज्यों की सूची में कर्नाटक सबसे ऊपर है. यहां पब्लिक सर्विसेज के लिए रिश्वत देने के सबसे अधिक मामले देखने को मिले है.
सर्वे के मुताबिक, कर्नाटक के बाद लिस्ट में आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर और फिर पंजाब का नंबर है.
सेंटर फॉर मीडिया स्टडीज के सर्वे में 20 राज्यों को शामिल किया गया है. जिसमें हिमाचल प्रदेश, केरल और छत्तीसगढ़ सबसे कम भ्रष्ट राज्य पाए गए. रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले एक साल में करीब एक-तिहाई परिवारों को पब्लिक सर्विसेज के लिए कम से कम एक बार भ्रष्टाचार का सामना करना पड़ा है.
वहीं 2005 में करीब 53 प्रतिशत परिवारों ने रिश्वत देने की बात स्वीकारी थी. सर्वे में करीब 3000 ग्रामीण और शहरी लोगों को शामिल किया गया.
साथ ही सर्वे में ये भी सामने आया कि आधे से ज्यादा जवाब देने वाले लोगों ने ये दावा किया कि विमुद्रीकरण के बाद से भ्रष्टाचार में कमी आई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि परिवारों द्वारा 2017 में करीब 6,350 करोड़ रुपए रिश्वत दी गई है. जबिक 2005 में 20,500 करोड़ रुपए रिश्वत दी गई थी.