नई दिल्ली। प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी का विदेश यात्रा खर्च पहले साल की तुलना में आधे से ज्यादा हो गया है हालांकि दूसरे वर्ष की तुलना में ये करीब 30 फीसदी कम है। यह संख्या मोदी सरकार के तीन महीने पूरे होने से पहले गी हई है।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल के तीसरे साल में उनकी विदेश यात्रा के दौरान भी प्रथम वर्ष से बढ़ोतरी हुई थी, लेकिन दूसरे वर्ष से गिरावट आई थी। प्रधान मंत्री मोदी द्वारा अपने तीसरे साल के कार्यालय (अब तक) के दौरान की गई छह विदेशी यात्राओं में से पांच के लिए चार्टर्ड उड़ानों की लागत 47.33 करोड़ रुपए है।
उनकी जापान में की गई आखिरी यात्रा के खर्च नहीं मिले हैं। लेकिन अनुमान है कि यह 10 करोड़ रुपए से लेकर 13 करोड़ रुपए तक है। उनकी जापान की यात्रा अगस्त-सितंबर 2014 में थोड़ी लंबी अवधि के लिए थी। इसके लिए सरकार ने लगभग 13.47 करोड़ रुपये खर्च किए थे।
माना जा रहा है कि नवंबर 2016 के दौरान मोदी की जापान यात्रा पर 13.47 करोड़ रुपए खर्च हुआ है। इस साल में उनकी विदेश यात्राओं की चार्टर्ड उड़ानों पर 60.80 करोड़ रुपए माना जा रहा है। इस अनुसार नरेंद्र मोदी की यात्रा पर खर्च पहले साल से इस साल 56.5 प्रतिशत और दूसरे साल की तुलना में 30.2 प्रतिशत कम हुआ है। हालांकि मनमोहन सिंह के चार्टर्ड उड़ानों पर 49.84 करोड़ रुपए का खर्चा था जो उनके कार्यकाल के पहले साल की तुलना में ज्यादा थे।
वहीं वाजपेयी की विदेशी यात्रा उड़ान की लागत भी तीसरी वर्ष में बढ़ गई थी। ये 22.94 करोड़ रुपए थी। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि मनमोहन सिंह ने प्रधान मंत्री के रूप में मोदी की तुलना में विदेशों में ज्यादा यात्रा की है।
लेकिन, पहले तीन वर्षों के दौरान प्रधान मंत्री मोदी के लिए विदेश यात्रा पर कुल चार्टर्ड उड़ान खर्च मनमोहन सिंह के बिलों से अधिक है। हालांकि दोनों सरकारों के बीच 10 साल का अंतर है और मुद्रास्फीति को भी ध्यान में रखा जाना है।
अगर प्रधान मंत्री मोदी की जापान की आखिरी यात्रा अनुमानित रूप से 13.47 करोड़ रुपए है, तो पहले तीन वर्षों के दौरान विदेशों में चार्टर्ड उड़ानों पर कुल खर्च 288.1 करोड़ रुपए है। वहीं ये आंकड़े मनमोहन सिंह के लिए 156.73 करोड़ रुपए और वाजपेयी के लिए 58.68 करोड़ रुपए थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभी तक 26 विदेश यात्रा की हैं। वहीं इतने समय में मनमोहन सिंह ने 21 और अटल बिहारी वाजपेयी ने 8 यात्रा की थी। मोदी ने अपने कार्यालय के पहले वर्ष में 11 विदेशी यात्राएं कीं (जिनमें से तीन भारतीय वायु सेना, या आईएएफ, उड़ानों द्वारा थी), दूसरे वर्ष नौ (जिनमें से एक आईएएफ विमान से थी) और अभी चल रहे तीसरे वर्ष में छह। मनमोहन सिंह ने पहले वर्ष में छह विदेशी यात्राएं कीं, दूसरे वर्ष में नौ और तीसरे वर्ष में छह। वाजपेयी अपने कार्यकाल के दौरान प्रथम वर्ष में दो आधिकारिक विदेशी यात्रा पर गए, दूसरे और तीसरे वर्ष में तीन-तीन बार।