मोहम्मद आसिफ।अमरोहा उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था लगातार बिगड़ती ही जा रही है ! और इसमें ख़ुद भगवा ब्रिगेड के लोग ही कानून व्यवस्था के लिए चुनौती बनते जा रहे हैं ! अमरोहा के सैदनगली थाना इलाके के सकतपुर गाँव में मस्जिद में नमाज़ पढ़ने से रोकने पर गाँव में तनाव हो गया है ! अब मुस्लिम समाज के लोग गाँव से पलायन करने की बात कह रहे हैं !
संघ से जुड़े एक किसान नेता ने गाँव में लोगो को इकठ्ठा कर मीटिंग की और फिर मुसलमानों के खिलाफ जमकर आपत्तिजनक नारे लगाए जिस से गाँव में तनाव हो गया है और यहाँ पुलिस के साथ पीएसी को तैनात करना पड़ गया है ! इसी किसान नेता ने 21 मई को मुरादाबाद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधिकारी पर मारने के लिए जूता उठाया था लेकिन आर एस एस से जुड़ा होने के कारण अभी तक इस नेता को गिरफ्तार नहीं किया गया बल्कि पुलिस अधिकारियों के पास बैठ ये किसान नेता पुलिस वालो को भ्रष्ट बताते बता रहा है और कह रहा है की अपनी कमाई के चक्कर में पुलिस शांति नहीं होने दे रही है! इसे कहते हैं उल्टा चोर कोतवाल को डांटे !
आप इन दो तस्वीरों को देख कर समझ जायेगे की आखिर यूपी की कानून व्यवस्था क्यों नहीं सुधर पा रही है और योगी सरकार की पुलिस क्यूँ खामोश बैठी है ! ये तस्वीरे हैं यूपी के अमरोहा जिले के सकतपुर गाँव की जहाँ एक मस्जिद में नमाज पढ़ने को लेकर तनाव के बीच इलाके के सीओ और एसडीएम गाँव वालो से बात कर रहे हैं ! इस पंचायत में सीओ साहब की बराबर में बैठे व्यक्ति का नाम सुखरामपाल राणा जो भारतीय किसान संघ का संगठन मंत्री बताया जाता है ! जो आरएसएस का किसान संगठन है !
अब सुनिए ये किसान नेता सबके सामने भरी पंचायत में किस तरह साम्प्रदायिक बाते कर रहा है और इतना ही नहीं बल्कि माहौल ख़राब करने के लिए पुलिस को ही ज़िम्मेदार बताते हुए कह रहा है कि पुलिस ही अपनी कमाई के चक्कर में शांति होने नहीं देती है ! झगड़ा होने में एसडीएम मजे लेते हैं सीओ साहब की कमाई हो रही है ! तू भी ले आ तू भी ले आ पुलिस कभी नहीं चाहती की लपडे. बंद हो जाएँ रोज़ जूत बजे रोज़ भैंस खुले रोज़ लड़की उठे रोज़ चोरी हो ! आजा पन्द्रह हजार, बीस हजार आ जा ! अगर शांति हो गयी तो इन्हें बेचारो को अपनी तनखाह में काम चलाना पड़ेगा ! अब ऊपर से काम चल रहा है इनका ! ये सुनकर सीओ साहब ने नेता जी की पीठ भी थप थपा दी और ठंडा पानी पीने को दिया।
अब इन नेता जी कि ये दूसरी तस्वीर देखिये जो 21 मई की है जब सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ मुरादाबाद के सर्किट हॉउस में मण्डल की कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक ले रहे थे तो ये नेता जी सर्किट हॉउस के गेट पर तैनात पुलिस अधिकारियों को जूता मारने की कोशिश कर रहे थे ! और इनके समर्थक हंगामा काट रहे थे ! पुलिस वालो के साथ धक्का मुक्की हो रही थी ! इस घटना की रिपोर्ट मुरादाबाद के मझोला थाने में दर्ज है लेकिन मजाल है जो पुलिस नेता जी को कुछ कह दे !
नेता जी ने गाँव में लोगो को इकठ्ठा कर साम्प्रदायिक भड़काऊ नारे लगाये और धर्म विशेष के लोगो को गालियाँ दीं ! इतना ही नहीं इनके संगठन ने सोशल मीडिया पर भी आपत्तिजनक पोस्ट वायरल की जिस से माहौल तनावपूर्ण हो गया है ! अब अमरोहा पुलिस ने सैदनगली थाने में इस किसान नेता और उसके समर्थको के खिलाफ साम्प्रदायिक सदभाव बिगड़ने , शांति भंग करने , नफरत फ़ैलाने , और अफरातफरी का माहौल उत्पन्न करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है ! लेकिन गाँव के अल्प संख्यको का कहना है की जब गाँव में उन्हें अपनी मस्जिद में नमाज़ पढ़ने से रोका जा रहा है तो वो अब इस गाँव से पलायन कर जायेगे ! पुलिस का कहना है की गाँव में मस्जिद नहीं मदरसा है लेकिन अब दूसरे समुदाय को इसमें नमाज़ पढ़ने को लेकर आपत्ति है इसलिए नमाज़ पढ़ने से रोका गया है ! सवाल ये की एक व्यक्ति जब खुलेआम पुलिस पर जूता मारने की
कोशिश कर चुका है और मुख्यमंत्री के कार्यक्रम उत्पात मचा चुका है तो फिर उसे इस तरह खुलेआम माहौल ख़राब करने के लिए क्यूँ आज़ाद छोड़ रखा है !या फिर संघ से जुदा होने के कारण पुलिस इसे गिरफ्तार करने से बच रही है।