लखनऊ, दीपक ठाकुर। उत्तर प्रदेश में जगह कोई भी हो अपराध की खबर हर तरफ से आ रही है वो इसलिए क्योंकि अपराध हो रहा है कही छेड़छाड़ का मामला उत्तर प्रदेश को शर्मिंदा करता दिखाई दे रहा है तो कहीं से लूटपाट ऐसी खबरें दिल को दहलाती नज़र आती है ऐसा हो क्यों रहा है ये एक बड़ा सवाल इस लिए बन गया है क्योंकि पिछली सरकार की नाकामी की बड़ी वजह आज भी जस की तस बनी हुई है जबकि अब सत्ता बदल चुकी है तो ऐसा क्या है जो अभी तक नही बदला?
मेरे हिसाब से अभी तक जो नही बदला वो है पुराना सिस्टम या ऐसा कहा जाए कि अपराधियों को पकड़ने का जज़्बा अब तक नही बदला इसी वजह से अपराध बेशुमार हो रहे हैं।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्ता सम्भालते ही सबसे पहले कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने का भरपूर प्रयास किया साथ ही अपराधियों को भी अल्टीमेटम दिया पर अभी तक ना कानून व्यवस्था सुधरी और ना ही अपराधी।प्रदेश सरकार ने छेड़छाड़ रोकने के लिए दस्ता बनाया पर वो भी ऐसी घटनाओं को रोकने में ना काफ़ी साबित हो रहा है जिसकी वजह है उनका सीमित दायरा उनको स्कूल के बाहर और पार्कों के अंदर का बीड़ा दिया गया।बाकी जगह भगवान भरोसे छोड़ दी जहां से अपराध की खबरे बदस्तूर आ रही है।बाकी रही सही कसर पेट्रोलपम्प पर बिना हेलमेट वालों की तलाश पूरी कर देती है।मतलब ये के जहां पुलिस की ज़रूरत है वहां उनका दिल नही लग रहा और जंहा दिल लग रहा वहां उनका कोई काम नही।
अब बात करते है योगी आदित्यनाथ के आदेशों पर पुलिस की संजीदगी की तो आप खुद ही देखिए कि जब आदेश दिया गया कि जनता से सम्पर्क करिये अपने क्षेत्र में पैदल मार्च करिये जनता से खाकी का खौफ कम कीजिये और अपराधियों से सख्ती के साथ निपटिये हालाकि आदेश के कुछ दिन बाद तक तो सब ठीक रहा पर उसके बाद फिर पुराना रवैया तो जब मुख्यमंत्री जी की बात उनके अधिकारी संजीदगी से नही ले रहे तो अपराधी कैसे लेंगे यहां तो हर अधिकारी खुद का फरमान सुनाने की होड़ में लगा है अपराधी को चिन्हित करने का समय किसके पास है ऐसे ही रहा तो हो चुका उत्तर प्रदेश का कल्याण यहां अपराध बढ़ता जा रहा है और पुलिस बेवजह के कामो में व्यस्त है आम आदमी पस्त है अपराधी मस्त है कुछ करिये योगी जी शासनकाल पर आपके उंगली उठ रही है।