बुलंदशहर। बीजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को कानून का पाठ पढ़ाना एक महिला पुलिस अधिकारी को महंगा पड़ गया है। बुलंदशहर के सियाना सर्किल की सीओ श्रेष्ठा ठाकुर का तबादला बहराइच कर दिया गया है। दरअसल महिला पुलिस अधिकारी ने सड़क पर चेकिंग के दौरान बीजेपी के नेताओं पर कार्रवाई की थी। जिसके बाद वह उनकी आंखों की किरकिरी बन गईं थीं।
वहीं तबादला किए जाने के बाद श्रेष्ठा ठाकुर ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में फेसबुक पोस्ट में लिखा-
जहां भी जाए गा,रौशनी लुटाए गा।
किसी चराग का अपना मकां नहीं होता।।-
बहराइच ट्रांसफर कर दिया गया है, यह नेपाल बॉर्डर पर है। मेरे दोस्तों चिंता मत करिए मैं खुश हूं, मैं अपने अच्छे कामों के लिए इस पुरस्कार को स्वीकार करती हूं। बहराइच में आप सब आमंत्रित हैं।
सोशल नेटवर्किंग साइट पर उनके समर्थन में यूजर्स जमकर पोस्ट कर रहे हैं। फेसबुक और ट्विटर पर क्या कहते हैं यूजर्स, नीचे पढ़ें-
श्यामसुंदर बी.मौर्या ने फेसबुक पोस्ट में लिखा, मोदी के घड़ियाली आंसू के बाद हो गई कार्यवाही। धमकी देने वाले भाजपा नेताओं को सबक सिखाकर जेल भेजने वाली महिला पुलिस अधिकारी लेडी सिंघम श्रेष्ठा ठाकुर का तबादला बुलंदशहर से बहराइच हो गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ और अन्य नेताओं पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने का मामला दर्ज कराया गया है, आगे नौकरी भी जा सकती है।
वेदप्रकाश विद्रोही- बुलंदशहर मे दादागिरी करने वाले भाजपाई-संघियो को हड़काने वाली महिला पुलिस अधिकारी श्रेष्ठा ठाकुर का तबादला योगी सरकार ने बहराईच करके भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री महंत योगी आदित्यनाथ ने यूपी पुलिस को सॉफ संदेश दिया-भाजपाईयो-संघियो की दादागिरी को सलाम करो या दंड भुगतो?
सिद्धार्थ मिश्रा ने अपने ट्विटर हैंडल @sidmishra15 से लिखा- @Uppolice कितनी श्रेष्ठा ठाकुर का तबादला करेंगे? हर पुलिस वाले को श्रेष्ठा ठाकुर जनता बना कर रहेगी।
ट्विटर हैंडल @ranjanravie ने लिखा, यू पी में सच्चे और ईमानदार ऑफिसर के लिए कोई जगह नहीं।
@SalimGalibAlmel श्रेष्ठा ठाकूर देशके प्रति वफादार रही.ट्रान्सफर कर दि गई.क्या किसिको वफादारी दिखानी चाहिये?