लखनऊ, दीपक ठाकुर। प्रदेश की राजधानी लख़नऊ की बात की जाए तो यहाँ की सड़कों पर खड़े वाहनों की ये तस्वीर कमोबेश हर तरफ ही नज़र आती है । लखनऊ का क़ैसर बाग़ हो या लाटूश रोड या रकाबगंज चाहे हज़रतगंज ही क्यों ना हो हर तरफ रोड के किनारे आपको ऐसे ही वाहन खड़े दिखेंगे जो आधी सड़क पर कब्ज़ा जमाये रहते है ।
ये सबसे बड़ी वजह है जो हर आमोखास के लिए सिर दर्द बनी रहती है शहर में वाहनों की संख्या में रोज़ाना बढ़ोत्तरी होती जा रही है उनको खड़ा करने के लिए कई पार्किंग भी बनाये गए हैं पर हमारी आपकी लापरवाही ही है जो ऐसे वैसे गाड़ी खड़ी कर यातायात अवरुद्ध करते हैं।।
नगर निगम वैसे तो कई जगह ऐसे वाहनों पर नकेल कसता है या ये कहें कि वहां भी खानापूर्ति ही की जाती है पर कई ऐसी जगह भी हैं जहाँ विभाग लाचार ही नज़र आता है अगर विभाग सख्त हो तो किसी की क्या मजाल जो मार्ग को इस तरह अव्यवस्थित करे।
हमें जाम से तभी निजात मिल सकती है जब हम खुद जागरूक हो और इस तरह की लापरवाही ना बरते जाम के लिए किसी दूसरे को कोसने और विभाग की खिल्ली उड़ाने से पहले हम अगर एक बार खुद के गिरेबान में झाँक ले तो तस्वीर कुछ और ही नज़र आएगी।