लखनऊ. राजा भैया ने अंतिम वक्त में पाला बदला। राज्यसभा के लिए मतदान से ठीक पहले कुंडा के विधायक रघुराज प्रताप सिंह ने ट्विट किया है कि वह अखिलेश के साथ थे, इस बयान का यह मतलब नहीं लगाना चाहिए कि बसपा के साथ भी हैं। उन्होंने कहाकि उनकी विचारधारा न बदली है, न बदलेगी। अखिलेश यादव के लिए सर्वत्र हाजिर है, लेकिन राज्यसभा चुनाव में मतदान अपनी मर्जी से करूंगा। राजा भैया के इस बयान से राज्यसभा चुनाव के दौरान विपक्षी खेमे में हड़बड़ी मच गई है। अभी मतदान के लिए राजा भैया और उनके खास समर्थक और प्रतापगढ़ की बाबागंज सीट से निर्दलीय विधायक विनोद सरोज मतदान के लिए नहीं पहुंचे हैं। राजा भैया का रुख जानने के लिए विधानसभा के तिलकहाल में भाजपा और सपा के साथ-साथ बसपा के नेताओं का जमावड़ा लग गया है।
बसपा और कांग्रेस के बागियों ने भाजपा को दिया वोट
राज्यसभा चुनाव की वोटिंग के दौरान कुछ देर एक और बड़ी खबर आई थी। सपा और कांग्रेस के समर्थन की बदौलत राज्यसभा की एक सीट जीतने की कोशिश में जुटी बसपा के विधायक के बाद कांग्रेस के विधायक भी टूटकर भाजपा के पक्ष में खड़े हो गए हैं। खबर मिली है कि कांग्रेस के विधायक नरेश सैनी ने भाजपा के पक्ष में मतदान किया है। सहारनपुर की बेहटा सीट से विधायक की क्रास वोटिंग के साथ ही भाजपा के पक्ष में नौवीं सीट के लिए प्रथम वरीयता के मतों की संख्या 33 पहुंच गई है, जबकि बसपा उम्मीदवार के पक्ष में सिर्फ 34 रह गई है। गौरतलब है कि कल शाम से बसपा के डिनर में शामिल होने के बाद उन्नाव की पुरवा सीट से विधायक अनिल सिंह भी भाजपा के खेमे में पहुंच गए थे। आज सुबह अनिल सिंह ने सभी को दिखाकर विधानसभा के तिलक हाल में भाजपा के पक्ष में मतदान किया। अनिल और नरेश का कहना है कि उन्होंने आत्मा की आवाज पर मतदान किया है। उधर, कोर्ट के आदेश के बाद बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के मतदान पर रोक से बसपा खेमे का एक वोट और कम हो गया है। ऐसे में बसपा उम्मीदवार भीमराव अंबेडकर की जीत के लिए अब सिर्फ भाजपा में सेंधमारी का जरिया बचा है।
भाजपा के नौवे प्रत्याशी के 35 वोट तय, दो की दरकार
राज्यसभा चुनाव की गुणा-गणित में भाजपा की बांछे उस समय खिल गई, जबकि गुरुवार रात मतदान के पूर्वाभ्यास के मौके पर उन्नाव की बांगरमऊ विधानसभा सीट से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के साथ पुरवा सीट से बसपा विधायक अनिल कुमार सिंह भी पहुंच गए। इसी दौरान निषाद पार्टी के इकलौते विधायक विजय मिश्र और नौतनवां से निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी और सपा के हरदोई से विधायक नितिन अग्रवाल भी नजर आए। कुल मिलाकर आठ सीटों की पक्की जीत के लिए 296 विधायकों के नाम अलग करने के बाद एनडीए गठबंधन के अतिरिक्त 28 विधायकों के साथ उपर्युक्त चार विधायकों की बदौलत भाजपा की संख्या 32 पहुंच गई थी। शुक्रवार को राजा भैया के ट्विट और कांग्रेस के विधायक की क्रास वोटिंग के बाद भाजपा के नौवे उम्मीदवार को प्रथम वरीयता के 35 वोट मिलना तय है।