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Friday, September 20, 2024

​राज बब्बर का ये मास्टर स्ट्रोक दिलाएगा चुनाव में बंपर जीत, टिकट को लेकर कांग्रेस का बहुत बड़ा दांव

 
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में होने वाले निकाय चुनाव के लिए कांग्रेस प्रत्याशियों की भी पहली सूची अभी तक जारी नहीं हो सकी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के दो दिन के गहन मंथन का भी अभी तक कोई नतीजा नहीं निकल पाया है। निकाय चुनाव में जीत के लिए कांग्रेस जिताऊ उम्मीदवारों की तलाश में जुटी है। कांग्रेस इसके लिए बाहरी नेताओं की एंट्री कराने के लिए भी बिल्कुल तैयार है। जानकारी के मुताबिक कांग्रेस को अब भाजपा की लिस्ट का इंतजार है। उसके बाद ही पार्टी अपनी सूची जारी करेगी।

नेताओं की मैराथन बैठक जारी

टिकट को लेकर प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर की पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ मैराथन बैठकों का दौर जारी है। इन बैठकों पर लगातार टिकट के लिए कैंडीडेट के नामों पर चर्चा हो रही है। राज बब्बर ने सपा और बसपा के घोषित उम्मीदवारों की लिस्ट पर भी गहन मंथन किया। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस आलाकमान को आधा दर्जन नगर निगमों में अपनी स्थिति ज्यादा मजबूत नजर दिख रही है। साथ ही मुकाबले में बने रहने के लिए बाकी पार्टियों के उम्मीदवारों के जातिगत गणित को भी कांग्रेस देख रही है। जिलों से आई रिपोर्ट के अलावा पार्टी के वरिष्ठ नेता दूसरे दलों की कमजोर नस टटोलने में लगे हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक नगर पंचायत और पालिका परिषदों के उम्मीदवारों का फैसला स्थानीय स्तर पर ही होगा। ऐसे में पार्टी हाईकमान प्रदेश मुख्यालय पर जिले के केवल उन मामलों को ही निपटाएगा जो विवादित होंगे।

दिल्ली बुलाए गए राज बब्बर

टिकटों को लेकर जारी खींचतान के बीच राज बब्बर का अचानक बुधवार को दिल्ली रवाना हो जाने की चर्चा भी जोरों पर रही। दिल्ली में राज बब्बर की प्रदेश प्रभारी गुलाम नबी आजाद के साथ लंबी बैठक हुई। जानकारी के मुताबिक कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व वाराणसी, गोरखपुर, इलाहाबाद, लखनऊ और अयोध्या को लेकर ज्यादा चिंतित है। दरअसल यूपी की इन सीटों पर कांग्रेस का एक खेमा पार्टी के सीनियर नेताओं को चुनाव मैदान में उतारने की वकालत कर रहे हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि इन सीटों के लिए पार्टी कुछ विशेष निर्देश जारी कर सकती है। वहीं इस बीच यूपी के प्रभारी महासचिव गुलाम नबी आजाद का लखनऊ आना से चर्चा जोरों पर है। कयास तो ये भी लगाए जा रहे हैं कि आजाद कांग्रेस उम्मीदवारों की सूची भी जारी कर सकते है।

बीएसपी में भी टिकट के लिए खींचतान

बहुजन समाज पार्टी द्वारा नगर निकाय चुनाव में टिकटों का फैसला भले ही स्थानीय स्तर पर किया जा रहा हो लेकिन बुधवार को पार्टी दफ्तर पर कार्यकर्ताओं का भारी जमावड़ा लगा रहा। कई जगहों पर तो टिकट बांटने को लेकर मनमानी का गुस्सा भी दिखा। बसपा पहली बार पार्टी के चुनाव निशान पर नगरीय निकाय की जंग में उतरेगी, इसलिए टिकटों को लेकर मारामारी की स्थिति बनी है। दलित बाहुल्य क्षेत्रों के अलावा मुस्लिम बहुल सीटों से टिकट चाहने वालों की संख्या अधिक है। सूत्रों के मुताबिक बसपा इस बार नगर निगम में अपनी ताकत विशेष रूप से दिखाना चाहती है। आधा दर्जन नगर निगमों में मेयर पद के उम्मीदवार फाइनल किए जा चुके हैं। सामान्य सीटों पर आरक्षित वर्ग के कार्यकर्ताओं को टिकट देने से परहेज करने को कहा गया है।

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