नई दिल्ली। राष्ट्रपति के लिए होने जा रहे चुनाव में सीधा मुकाबला मीरा कुमार व रामनाथ कोविंद के बीच होगा। नामांकन के अंतिम दिन तक कुल 95 लोगों ने नामांकन दाखिल किए हैं, लेकिन एनडीए व यूपीए उम्मीदवार के अलावा सारे खारिज होंगे, क्योंकि इनके अलावा कोई भी इसकी शर्तों को पूरा नहीं करता।
नामांकन की शर्त है कि इस पर निर्वाचक मंडलों के 50 सदस्यों के दस्तखत होने जरूरी हैं। इसके साथ 50 और के जरिये इनका अनुमोदन किया जाना जरूरी है। अंतिम दिन मीरा कुमार ने 108 सेट में नामांकन दाखिल किया। एनडीए की तरफ से रामनाथ कोविंद पहले ही अपना नामांकन कर चुके हैं। उनकी तरफ से केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने भी पेपरों के तीन सेट जमा कराए थे।
नामांकन के साथ में 15 सौ रुपये बतौर सिक्योरिटी जमा करानी पड़ती है। लोकसभा सचिवालय के अधिकारी का कहना है कि 35 ऐसे लोग हैं जिन्होंने नामांकन के साथ पैसा नहीं जमा कराया। कुल 95 लोगों ने 108 नामांकन कराए हैं। नियम है कि एक उम्मीदवार चार पर्चे दाखिल कर सकता है। इनकी जांच गुरुवार को की जाएगी।
पटेल दंपति भी मैदान में : मुंबई के पटेल दंपति लोकसभा सचिवालय में चर्चा का विषय हैं। एक की ख्वाहिश राष्ट्रपति बनने की है तो दूसरे की उसका नायब। सायरा बानो मोहमम्द पटेल व उनके पति मोहम्मद पटेल अब्दुल हामिद ने 14 जून को अपने नामांकन दाखिल कराए थे।
पद्मराजन ने लड़े 150 चुनाव : तमिलनाडु के सलेम निवासी पद्मराजन वहां की राजनीति में चर्चित नाम है। उसने भी राष्ट्रपति के लिए पर्चा दाखिल किया है। वह आज तक 150 चुनावों में शिरकत कर चुका है। गिनीज बुक में शामिल इस व्यक्ति का कहना है कि उसके शरीर पर सबसे ज्यादा टैटू हैं, यह भी रिकार्ड है।