राजधानी में एक बार फिर बदमाशों ने सोनार की दुकान को निशाना बनाते हुए दुकान में रखा ज्वैलरी से भरा बैग उड़ा ले गए। पीड़ित अरविंद पाल का कहना है कि उन्होंने 15 जनवरी को अपने पार्टनर रामदेव सोनी के साथ मिलकर दुकान खोली थी और रोजाना की तरह दुकान बंद कर सभी ज्वैलरी बैग में भरकर घर ले जाता थे और सुबह सब सामान वापस ले आता थे। पीड़ित ने बताया कि दुकान खोलने के दौरान पूजा करने के लिए बगल की दुकान वेज कार्नर पर हाथ धोने गये थे उसी दौरान बदमाशों ने दुकान से आभूषणों से भरा बैग उड़ा दिया।
सोने से भरे आभूषणों की कीमत पीड़ित ने 5 लाख बताई हैं वहीं इंदिरानगर पुलिस इस घटना को मामूली टप्पेबाजी बता रही है। पुलिस का कहना है कि कोई बदमाश नहीं था बल्कि एक बाइक सवार ने दुकान खाली देख दुकान से ज्वैलरी से भरा बैग उड़ा लिया है। वहीं पूरी घटना सीसीटीवी में कैद है।
फिलहाल पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पड़ताल कर रही है।वहीं लोगों का मानना है कि इस घटना को दुकान के सामने खड़े ई-रिक्शा चालक ने अपने साथी बदमाशों को सूचना देकर इस घटना को अंजाम दिलाया है जो सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है ।
जिस तरह उत्तर प्रदेश में क्राइम का ग्राफ बढ़ता जा रहा है ये मौजूदा सरकार के लिए साफ संकेत है कि वो अपराध को नियंत्रण करने में नाकाबिल साबित हो रही है।पुलिस प्रशासन अपराध तो नही रोक पा रहा बस उसपर लीपापोती कर अपनी गर्दन बचाने में लगा दिखाई देता है।