लखनऊ,न्यूज़ वन इंडिया-विमल किशोर। स्वच्छ – छावनी स्वच्छ भारत अभियान की हक़ीक़त क्या है इससे आपको हमारे संवाददाता पिछले सात दिन से लगातार रूबरू करा रहे हैं। हमने आपको छावनी के सारे वार्ड से जब परिचित कराया तो वहां की तस्वीर देख कर आपको भी हैरानी हुई होगी कि कैंट में गंदगी का ये आलम है तो लखनऊ में उन जगहों का क्या होगा जो पॉश इलाके नही कहलाते हैं।खैर आज हम आपको लखनऊ छावनी के वार्ड नं 2 में क्षेत्र की कुछ तस्वीरों को दिखाएंगे जिसे देखकर आप भी यही कहेंगे कि यहां भी गंदगी का आलम स्वछता अभियान पर उंगली उठा रहा है।
इस क्षेत्र में शौचालय और माध्मिक विधायल के पीछे वाला मैदान एवं क्षेत्र के नालों व गलियों में गंदगी का भर-मार लगा हुआ है,आपको बता दे की छावनी का वार्ड नंबर दो की नई समस्या से छावनी की जनता को बहुत कॉस्मोक्स में जुटी है।
छावनी परिषद वार्ड नंबर दो के मौजूदा पार्षद प्रमोद शर्मा का कहना की क्षेत्र में गंदगी का कारण है की छावनी में सफाइकर्मी की कमी होने से सफाई क्षेत्र में नहीं होपा रही,और मैंने सफाई पदों को भरने के लिए ऊपर तक लिखा है कोई जवाब नहीं मिलता है.जब सफाई पद पुरे होगें तभी स्वच्छ – छावनी स्वच्छ भारत अभियान का सपना पूरा होगा और खाली पदों पे भर्ती होने से सफाईकर्मियों की कमी दूर होगी।
बताते चले की न्यूज़ वन इंडिया की टीम जब छावनी क्षेत्र के वार्डो के निरीक्षण के लिए पहुँची तो लखनऊ छावनी के लागभग सारे वार्डों में गंदगी का अंबार लगा हुआ था।स्वच्छ – छावनी स्वच्छ भारत अभियान मिशन से जुड़े छावनी के सीओ के वादे और लुभावने बाते सब खोखले है।
लगता है कि स्वच्छ छावनी स्वच्छ भारत अभियान भी उन अभियानों की ही श्रेणी में आ जायेगा जिनको चलाने में तो काफी उत्साह दिखाया जाता है पर उसे उस मोकाम पर पहुंचाने की कोशिश भर भी नही होती लेकिन अभी भी समय है और सरकार की मंशा भी स्वच्छता को लेकर काफी साफ है बस ज़रूरत है ज़िम्मेदार लोगों को अपनी ज़िम्मेदारी समझने की जिससे सरकार का मिशन भी सफल होगा और जनता को भी गंदगी से निजात मिलेगी।