लखनऊ,न्यूज़ वन इंडिया-विमल किशोर। स्वच्छ – छावनी स्वच्छ भारत अभियान की हक़ीक़त क्या है इससे आपको हमारे संवाददाता पिछले तीन दिन से लगातार रूबरू करा रहे हैं। हमने आपको वार्ड नंबर सात और आठ से जब परिचित कराया तो वहां की तस्वीर देख कर आपको भी हैरानी हुई होगी कि कैंट में गंदगी का ये आलम है तो लखनऊ में उन जगहों का क्या होगा जो पॉश इलाके नही कहलाते हैं।खैर आज हम आपको लखनऊ छावनी के वार्ड नं 5 में क्षेत्र की कुछ तस्वीरों को दिखाएंगे जिसे देखकर आप भी यही कहेंगे कि यहां भी गंदगी का आलम स्वछता अभियान पर उंगली उठा रहा है।
आप को बता दे की न्यूज़ वन इंडिया की टीम जब छावनी क्षेत्र के वार्डो के निरीक्षण के लिए पहुँचीतो लखनऊ छावनी के लागभग सारे वार्डों में गंदगी की भार मार लगा हुआ था।
छावनी के वार्ड नं 5 की हालत भी कुछ ठीक नही दिखाई दी।छावनी क्षेत्र वार्ड नं 5 में सेंटपाल स्कूल के पास के मूल निवासी अजय, अरविन्द कुमार,ओम प्रकाश,सुरेश का कहना की इस क्षेत्र में गंदगी का तो भर मार लगा हुआ और यहाँ पर खड़ंजे की भी हालात खस्ता हो रखी,और नाले की कई दिन से कोई सफाई नही हुई वार्ड नं 5 की आम जनता को भी बहुत दिक्कत और परेशानी को झेलना पड़ता है। और तो और गंदगी से डर लगा रहता की कोई बीमारी गंदगी से उत्पन ना हो जाये छावनी के सेंटपाल के पीछे के क्षेत्र में लापरवाही हो रही है। मौजूद पाषर्द अमित कुमार शुक्ला भी अपने वार्ड में दिखाई भी नही देते।
स्थानीय लोगों का हाल जानकर हमे भी ये एहसास हुआ कि यहां के ज़िम्मेदार लोग अपनी ज़िम्मेदारी ठीक ढंग से नही निभा रहे अगर उन्होंने अपने पद की गरिमा का ही ख्याल रखा होता तो आज छावनी परिषद के वार्डों की ये दशा ना होती हम इस उम्मीद के साथ यहां की समस्याओं को प्रकाशित कर रहे हैं कि जो महानुभाव अपने क्षेत्र में खुद जा कर क्षेत्रवासी का दर्द नही समझ पाते उनको हमारे माध्यम से ही उनकी पीड़ा का एहसास हो और उनकी समस्या जल्द से जल्द दूर की जा सके।केवल स्वच्छता का मिशन लेकर बड़ी बड़ी बातें बना कर और सफाई के नाम पर लाखों रुपया लेकर ही स्वछता नही होती इसके लिए ज़मीनी तौर पर भी कुछ काम करने पड़ते हैं समझ जाइये तो बेहतर नही तो चुनाव में जनता आपलोगों को समझा ही देगी।