लखनऊ,न्यूज़ वन इंडिया-विमल किशोर। सरकार ने पालीथिन के इस्तेमाल पर रोक लगा रखी है क्योंकि इसके इस्तेमाल से इंसान और जानवर दोनों को जान का खतरा रहता है एक शोध से भी ये पता चला है कि प्लाटिक में खान पान की वस्तु का सेवन करना सेहत के लिए हानिकारक है बावजूद इसके आज भी धडल्ले से पालीथिन का इस्तेमाल हो रहा है इसके इस्तेमाल को रोकने की ज़िम्मेवारी हमारी भी है क्योंकि ये हुमको ही परेशान करती है बस कमी है तो इसके नुकसान के प्रति जागरूक करने की।जिसकी शुरुआत आज छावनी परिषद ने अपने कई क्षेत्रों में अभियान चला कर कर भी दी है।
छावनी परिषद के अधिकारी एवं रक्षा सम्पदा के अधिकारी और कर्मचारियों ने छावनी के क्षेत्र में पालीथिन मुक्त अभियान चलाया ये अभियान सदर क्षेत्र और तोपखाना छावनी क्षेत्र में पालीथिन मुक्त अभियान चला। छावनी परिषद एवं रक्षा सम्पदा इस अभियान के तहत छावनी क्षेत्र की छोटी -बड़ी दुकानों में जा कर पालीथिन मुक्त अभियान चलाएगा। सदर क्षेत्र और तोपखाना छावनी क्षेत्र में दुकानदारों की दुकान चेक कर दुकानवालों चालान भी किया।
पालीथिन मुक्त अभियान में सदर क्षेत्र और तोपखाना छावनी क्षेत्र लगभग तीस दुकानदारों के चालान हुआ,जिसमे से सदर छावनी क्षेत्र के लगभग 25 दुकान दारो के चालान किया गए और तोपखाना कैंट छावनी क्षेत्र में भी लगभग पांच दुकानदारों के चालान कर 500 रूपये की पर्ची कटी गई।
इस अभियान में छावनी परिषद के RS विजय केसरवानी ,RI ब्रिजवीर सिंह, अरविन्द,सुनील धाकरे एवं रक्षा समंदा के वी.के.चौबे,सरबेश पटेल और लखनऊ छावनी परिषद एवं रक्षा सम्पदा के अधिकारी और कर्मचारी पालीथिन मुक्त अभियान में मौजूद रहे।
देखा जाए तो गंदगी को बढ़ावा देने में भी पालीथिन का अहम रोल होता है लोग इसमें सामान भर कर ले जाते हैं और ऐसे ही सड़क पर फेंक देते है ऐसे अभियान से इसमें भी रोक लगेगी और लोग स्वच्छ वातावरण में जी सकेंगे।