लखनऊ, दीपक ठाकुर। वज्र आसन सूर्य नमस्कार त्रिकोण आसन जैसे ही कई आसन जो सुनने में भले आसान लगते हो पर करने में समझ आ जाता है कि इसका ये नाम क्यों है और इसको करने से शरीर को क्या फायदा मिलेगा ऐसी ही कुछ योग संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी विश्वविद्यालय परिसर में चल रहे योग शिविर में आये तमाम लोगों को दी गई।
आज तीसरे दिन शिविर में आये लोगों को योग साधक कुलदीप यादव विजेंद्र प्रताप सिंह विक्की कुमार सैनी एवं सुनील कुमार मिश्रा ने अपनी देख रेख में योग के आसनों का अभ्यास कराया साथ ही सभी को ये भी कहा कि योग एक साधना है जिससे शरीर के विकार दूर होते हैं और नई ऊर्जा का संचार होता है लेकिन योग जब भी किया जाए पूरी सावधानी के साथ ही किया जाए।
आपको बता दें कि लखनऊ विश्विद्यालय में बीती 21 मई से योगाभ्यास का शिविर आयोजित किया गया है जो 20 जून तक लगातार सुबह 6 बजे से शुरू होता है अगर आप अभी तक इस शिविर में नही पहुंचे हैं तो शीघ्र ही जाइये क्योंकि वहां जा कर ही आप योग को समझ सकते है कि वाकई ये हमारे लिए कितना अहम है।शिविर के संयोजक डॉ अमरजीत यादव भी इस मैके पर उपस्थित रह कर लोगों को योग के प्रति प्रेरित करने का प्रयास करते नज़र आते हैं।
कल चैथे दिन भी विश्विद्यालय में योगाभ्यास का यही दौर चलेगा जिसमे योग साधक आपको नए आसनों के साथ उनको करने का तरीका और उनकी अहमियत के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे।हम भी आपको कल बताएंगे कि चौथे दिन वहां क्या सिखाया गया और कितने लोग योग से लाभान्वित हुए।