रायपुर।पुलिस के जागरूकता अभियान के बावजूद फर्जी बैंक अधिकारियों के झांसे में लोग आ रहे हैं। मंगलवार को एक महिला डॉक्टर ऑनलाइन फ्रॉड की शिकार हो गई। इस बार ठगी करने वाली एक युवती थी। आमतौर पर पहले पुरुष लोगों को बैंक अधिकारी बनकर झांसा देते थे। इस बार युवती ने ठगी है। इससे तय हो गया है कि ठगी करने वालों के साथ युवतियां भी शामिल हैं।
पुलिस के मुताबिक वीआईपी स्टेट निवासी डॉ. शुभो बनर्जी के पास 5 मई को एक युवती ने मोबाइल नंबर 78387-83961 से फोन किया और खुद को एसबीआई बैंक की महिला अधिकारी बताया। इसके बाद उसने डॉ.बनर्जी को बताया कि उनके क्रेडिट कार्ड में तकनीकी खराबी है। इसे ठीक करने की जरूरत है। इस पर महिला डॉक्टर ने सहमति दी। इसके बाद युवती ने क्रेडिट कार्ड की गोपनीय जानकारियां मांगी। डॉ.ने जानकारी दे दी। इसके करीब 10 मिनट बाद उनके बैंक खाते से 3-3 हजार रुपए चार बार आहरण हुआ। इसका मैसेज आया। इसके बाद उन्होंने मंगलवार को पंडरी थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने अज्ञात युवती के खिलाफ अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया है।
दिल्ली में हुआ आहरण
पीडि़ता के पास आए मैसेज की जांच से पता चला है कि खाते से दिल्ली में पैसा निकाला गया है। इससे पहले राशि पेटीएम में गई और वहां से किसी दूसरे खाते में ट्रांसफर हो गई। पुलिस ने खाता नंबर के आधार पर आरोपी युवती की तलाश शुरू कर दी है।
महिलाओं को झांसा देने युवतियां भी शामिल
एटीएम, क्रेडिट कार्ड के माध्यम से ऑनलाइन ठगी करने वालों में अक्सर युवक ही शामिल होते थे, लेकिन अब युवतियां भी इसमें शामिल हो गई हैं। महिलाओं और युवतियों को बातों में उलझाने के लिए युवतियों से ठगी करवाई जा रही है। यही वजह है कि डॉ.शुभो बनर्जी युवती के झांसे में आ गई और क्रेडिट कार्ड की गोपनीय जानकारी दे दी। उल्लेखनीय है कि ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले संगठित गिरोह के रूप में काम करते हैं। इसमें अब युवतियों को शामिल कर लिया है।