लालू यादव की कार गुज़ारी की आंच उनके परिवार तक पहुंच गई है लालू पर लगे घोटालों के आरोप में उनपर चालू हुई आईटी की छापेमार कार्यवाई में उनके बेटी दामाद फसते नज़र आ रहे हैं शायद यही वजह है जो इनकम टैक्स विभाग ने दोनों को समन भेज कर पूछताछ के लिए तलब किया है।
सूत्रों की माने तो जून के पहले सप्ताह में दोनों को जानकारी देने के लिये बुलाया गया है गौरतलब है कि लालू यादव पर बेनामी सम्पत्ति के लिए कुल 22 जगहों पर छापेमारी की कारवाई की गई थी जिसको लालू यादव ने सिरे से नकारते हुए सरकार पर उन्हें बदनाम करने का आरोप लगा दिया था पर अब आईटी विभाग से समन ढ़िये जाने की जो बात सामने आ रही है उससे तो यही लगता है कि लालू यादव ने अपने पद का दुरुपयोग कर काफी बड़ा खेल खेला है जिसमे उन्होंने घर के सदस्यों को भी शामिल करने में कोई कोर कसर नही छोड़ी।
चारा घोटाले से बदनाम हुए लालू प्रसाद यादव ऐसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री हैं जिन्हें चुनाव लड़ने तक कि आजादी नही है फिर भी बिहार की राजनीति में उनका कद काफी बड़ा है क्योंकि बिहार में उप मुख्यमंत्री की कुर्सी उनके परिवार के पास ही सुरक्षित है अब देखना ये दिलचस्प होगा कि इस कारवाई से बिहार की राजनीति में कोई भूचाल आता है या ये दाग भी धुल जाएंगे।