नई दिल्ली (उत्तम हिन्दू न्यूज): चारा घोटाले में लालू यादव को उम्रकैद की सजा भी मिल सकती है। इसका फैसला थोड़ी देर में आ सकता है। चारा घोटाले के मामले में देश में बहुत शोर मचा था। लालू यादव को सीबीआई कोर्ट ने चारा घोटाले के एक मामले मे दोषी करार दिया है, इस मामले में लालू को कितने साल की सजा हो सकती है, हर तरफ यही चर्चा है। उनको सजा होने के बाद उनकी पार्टी का क्या होगा।
चारा घोटाले के एक मामले में लालू यादव को दोषी करार दिया गया है। लगभग एक अरब रूपये के चारा घोटाले को देश के सबसे बड़े घोटालों में से एक माना जाता है। लालू कभी खुलकर भ्रष्टाचार के खिलाफ बातें किया करते हैं। अब भ्रष्टाचार के प्रतीक पुरुष की उपाधि उसी लालू को मिल चुकी है। देवघर कोषागार से 89 लाख, 27 हजार रुपये अवैध तरीके से निकालने के मामले में लालू को दोषी करार दिया गया है। इस मामले में लालू के अलावा बिहार के पूर्व सीएम जगन्नाथ मिश्रा भी आरोपी थी। उनको बरी कर दिया गया है। इस मामले में कुल 22 आरोपी थे, जिनमें से सीबीआई कोर्ट ने 6 को बरी कर दिया है, वहीं बाकी के आरोपियों को, जिनमें लालू यादव भी शामिल हैं दोषी करार दिया है, अब सवाल ये उठ रहा है कि लालू को कितने साल की सजा होगी, कोर्ट 3 जनवरी को सजा का एलान करेगा, उस से पहले लगातार ये आंकलन लगाया जा रहा है कि लालू को कितने साल की सजा हो सकती है।
सीबीआई कोर्ट ने 13 दिसंबर को सभी पक्षों के बयान दर्ज करने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। कानूनी जानकारों का कहना है कि इस मामले में लालू को उम्रकैद तक की सजा हो सकती है। अब यह भी चर्चा है कि क्या लालू को सजा मिलने के बाद उनकी पार्टी खत्म हो जाएगी? क्योंकि उनके पुत्रों को लोग इतना काबिल नहीं मानते कि वे पार्टी को संभाल सकेंगे। लोगों में चर्चा है कि बिहार में आलू और लालू हमेशा रहेंगे की बात कहने वाले लोगों के माथे पर अब चिंता की लकीरें खिंची हैं।
हालांकि जिन धाराओं में केस दर्ज है उनका सजा में बेहद अहम योगदान होगा। अवैध धन निकासी के मामले में लालू प्रसाद यादव और दूसरे आरोपियों के खिलाफ सीबीआई ने आपराधिक षड्यन्त्र, गबन, फर्जीवाड़ा, सबूत मिटाने, पद के दुरुपयोग जैसी धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। सीबीआई से जुड़े सूत्रों का कहना है कि गबन की धारा 409 में दस साल तक की और धारा 467 के तहत आजीवन कारावास की सजा भी हो सकती है।
अब देखना है कि लालू को कितने सालों की सजा मिलती है। हालांकि लालू के वकीलों का कहना है कि जगन्नाथ मिश्रा के बरी होने के बाद ये साफ है कि लालू को ज्यादा सजा नहीं होगी। उनका मानना है कि तीन साल से कम की ही सजा होगी। अगर लालू यादव को 3 साल से कम की सजा होती है तो उनको आसानी से जमानत मिल जाएगी, अगर इस से ज्यादा की सजा मिलती है तो उनको जमानत के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा।
कोर्ट के फैसले के बाद से ही आरजेडी लगातार केंद्र सरकार पर हमला कर रही है। आरजेडी का कहना है कि बीजेपी लालू के खिलाफ साजिश कर रही है क्योंंकि वो पिछड़ों के नेता हैं, यानि आरजेडी पिछड़ा कार्ड चलकर जनता की सहानूभुति हासिल करना चाहती है, वहीं बीजेपी का कहना है कि जैसा बोया है वैसा ही काटेंगे, कोर्ट के फैसले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। वैसे आपको बता दें कि लालू के दोषी करार होने के बाद से सभी को राहुल गांधी की प्रतिक्रिया का इंतजार है, कि वो क्या कहते हैं, बिहार में कांग्रेस का लालू के साथ गठबंधन है, एक भ्रष्टाचारी के साथ गठबंधन पर राहुल क्या कहते हैं, ये जानना बहुत दिलचस्प होगा।