लखनऊ, दीपक ठाकुर। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी कल यानी 6 सितम्बर से मेट्रो को दौड़ाने का काम शुरू हो जाएगा जिसको आज मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ हरी झंडी दिखा कर अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है।अभी मेट्रो का सफर ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग तक यानी 8 किलोमीटर का ही तय हुआ है जिसके बीच 8 स्टेशन शामिल होंगे।
मेट्रो को लेकर सियासत भी खूब देखने को मिली पूर्व सपा सरकार ने इसको अपनी उपलब्धि बताते हुए सारा श्रेय खुद लेना चाहा और अपने कार्यकाल में ही इसे पटरी पर दौड़ा भी दिया मतलब काम अधूरा मुनाफा पूरा पाने की कोशिश की।मेट्रो का लाभ पिछली सरकार को नही मिला पर वर्तमान भाजपा सरकार भी इसको अपनी उपलब्धि बनाने के लिए सत्ता में आने के बाद इसके काम मे तेज़ी लाई और लखनऊ की जनता के सामने इसको प्रस्तुत भी कर दिया इस बार योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने इसे ग्रीन सिग्नल दे दिया है।
मेट्रो की तैयारी भले जोर शोर से हो रही हो पर अभी भी इसमें कई ऐसी कमी है जो ये दर्शा रही है कि योगी सरकार भी मेट्रो को लाने के लिए काफी उत्सुक नज़र आ रही थी।कमी की बात की जाए तो फिलहाल आपको मेट्रो के जो स्टेशन मिलेंगे वहां बैठने की सुविधा नही मिलेगी ऐसा जल्दबाज़ी में हुआ होगा जो शायद बाद में ठीक भी हो जाये पर ऐसी जल्दबाज़ी की वजह क्या रही ये समझ नही आता ट्रांसपोर्ट नगर स्टेशन का चित्र आपने देखा यहां एक भी कुर्सी आपको नही दिखी जिसपे लोग फुरसत के कुछ पल बिता सके पर स्टेशन फिलहाल चमक रहा है इनमे दो राय नही है।
चलिये कोई बात नही धीरे धीरे सुधार हो ऐसी उम्मीद के साथ लखनऊ वासी मेट्रो को लेकर काफी उत्साहित हैं और चाहते हैं कि जल्द से जल्द इसके सफर को और बढाया जा सके ताकि सभी मेट्रो की सैर कर सकें और सबसे जरूरी बात इसके निर्माणकार्य के कारण हो रही दिक्कतों से भी छुटकारा पा सकें।