लखनऊ, दीपक ठाकुर। चंडीगढ़ में भाजपा सरकार है खट्टर जी वहां के मुख्यमंत्री हैं और बराला जी प्रदेश अध्यक्ष यहां तक तो सब ठीक है पर बेटे की करतूत ने सभी को ना केवल शर्मसार कर दिया बल्कि मुह छिपाने की जगह तक नही दी।घटना की जानकारी तो आप सभी को लगी ही होगी कि कैसे सूनसान सड़क पे अकेली लड़की देख उस पर दबंगई दिखाई गई पर भला हो चंडीगढ़ पुलिस और लड़की की हिम्मत का जो अपराधियों को उनके नापाक मंसूबे पूरा होने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया।
यहां तक सब ठीक लगा पुलिसिया कारवाही भी चुस्त दुरुस्त लगी पर असल खेल जब शुरू हुआ तो पता चला कि वो मनचला विकास बराला है जो भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला का पुत्र है फिर क्या आनन फानन में पुलिस ने अपना पुराना खेल दिखाया और केस कमज़ोर करते हुए साहब के पुत्र को जमानत दे डाली।
साहस का परिचय फिर एक बार पीड़ित लड़की वर्णिका ने दिया वो मीडिया में बेख़ोफ़ हो कर आई और आप बीती सुनाई जिसके चलते मामला मीडिया में खूब ज़ोर शोर से उठने लगा जिसको देख भाजपा में भी कौतूहल की स्थिति पैदा हो गई अब विपक्ष अध्यक्ष महोदय से इस्तीफा मांगने लगा और आलाकमान मामले की विस्तृत जानकारी।
वैसे ऐसा मामला कोई नया नही है जहां रसूखदार का बेटा ऐसे काम मे लिप्त हुआ हो पर यहां उनकी तक़दीर इसलिए खोटी साबित हुई क्योंकि यहां बहादुर लड़की से उनका सामना हो गया था जो उन्हें छठी का दूध याद दिलाय बिना शांत होने वाली नही लगती।अब भाजपा बेटी बचाओ का नारा कैसे बुलंद करेगी ये उसके लिए बड़ा सिर दर्द बना हुआ है वही पुलिस भी अब केस को कमज़ोर आंकने की गलती नही करेगी ऐसा लगता है तो बराला साहब की कुर्सी को खतरा और उनके पुत्र को सज़ा यही दो रास्ते बचे है जो भाजपा पर कोई दाग नही लगने देंगे।