वाराणसी जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी के लिए एक बार फिर जोड़-तोड़ की राजनीति शुरू हो गई है। सपा और भाजपा दोनों अपने-अपने पक्ष में बहुमत का आंकड़ा जुटाने में लगे हैं। फिलहाल दोनों दल पूर्ण बहुमत होने का दावा कर रहे हैं।
सपा की ओर से जिलाध्यक्ष डॉ. पीयूष यादव ने कमान संभाल ली है। वहीं भाजपा की ओर से जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा, सैयदराजा विधायक सुशील सिंह, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सुजीत सिंह जोर लगाए हुए हैं।
वर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष अपराजिता सोनकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास हो गया तो भाजपा की ओर से अमित सोनकर जिला पंचायत अध्यक्ष पद के उम्मीदवार हो सकते हैं।
जिला पंचायत के 28 सदस्य बुधवार को विधायक सुशील सिंह एवं भाजपा जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा के साथ डीएम से मिलने गए थे। उन्होंने डीएम से जिला पंचायत के 48 में से 32 सदस्यों के समर्थन का दावा किया था।
वहीं सपा जिलाध्यक्ष डॉ. पीयूष यादव का कहना है कि अपराजिता सोनकर के साथ 28 सदस्य हैं। बहुमत के लिए 25 सदस्यों की ही आवश्यकता होती है। डॉ. पीयूष यादव ने गुरुवार को अपराजिता सोनकर और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ इस मसले पर बैठक भी की।
बैठक में अपराजिता सोनकर ने पार्टी नेताओं को विश्वास मत हासिल करने का भरोसा दिलाया। डॉ. पीयूष यादव का कहना है कि हमारे पास पूर्ण बहुमत है। सभी सदस्यों से बातचीत की जा रही है।