तांत्रिक ने कहा- मुझे कालूलाल गुर्जर ने बुलवाया, पास भी बनवाया।
जयपुर. विधायकों की ओर से बातों में छोड़ा गया भूत शनिवार को अंधविश्वास की पराकाष्ठा लांघ गया। विधानसभा में तांत्रिक बुला लिया गया। वास्तु शास्त्री व तांत्रिक गणेश महाराज ने विधानसभा में वास्तु व अन्य दोषों की पड़ताल की। उन्होंने तीन-चार घंटे तक कोना-कोना देखा। फिर दावा किया- भूमि में गड़बड़ तो है, उपाय अत्यावश्यक हैं।
– बकौल तांत्रिक सचेतक कालूलाल गुर्जर ने उनका विधानसभा का पास बनवाया। विधानसभा में मुख्यमंत्री कार्यालय की भी जांच करवाई।
– उधर, कालूलाल गुर्जर ने कहा कि गणेश महाराज विधानसभा में मिले थे। उनसे यहां भूत-प्रेत होने को लेकर बात भी हुई थी। लेकिन इसके बाद मैं सदन में चला गया और गणेश महाराज ने क्या देखा और क्या किया, इसकी जानकारी नहीं है।
– गुर्जर ने यह भी कहा कि तांत्रिक करीब तीन-चार घंटे तक विधानसभा में रहे। गणेश महाराज ने दावा किया कि उन्होंने गुर्जर को लिखित में दिया है कि विधानसभा का उत्तर-पूर्व कोण कटा हुआ है। भूमि का सिर कटा होने से दोष लगा हुआ है। उपाय अति आवश्यक हैं।
तांत्रिक कौन
मूलत: सीकर और हाल वैशाली नगर निवासी पं. गणेश कई साल से गुजरात में वास्तुशास्त्री हैं। तंत्र क्रिया भी करते हैं। उन्होंने दावा कि पिछली भाजपा के सरकार के समय भी विधानसभा में बुलाया गया था। प्रवेश द्वार पर गणेश प्रतिमा स्थापित करने का सुझाव दिया था। लेकिन नियमों की अड़चन के कारण माना नहीं गया।
तांत्रिक का दावा : भूमि में दोष, सरकार स्थायी नहीं हो सकती
तांत्रिक गणेश महाराज का दावा है कि विधानसभा की भूमि जीवहंता (जान लेने वाली) है। वास्तु का भयंकर दोष है। जब तक ठीक नहीं होगा, इसमें बैठने वाली सरकार स्थायी (फिर से सत्ता में आना) नहीं हो सकती। उन्होंने कहा- मैंने अपनी विद्या से विधानसभा में मापन किया तो सकारात्मक ऊर्जा का स्तर 10% निकला। सीएम ऑफिस में भी ईशान कोण सही नहीं है। उसमें भी ऊर्जा का स्तर 40 फीसदी ही है।
आर्किटेक्ट बोले- 1200 विशेषज्ञ थे, वास्तु दोष नहीं
इस भवन का डिजाइन बनाने वाले पीडब्ल्यूडी के पूर्व चीफ आर्किटेक्ट विजय माथुर ने कहा-विधानसभा का नक्शा 1200 विशेषज्ञों की राय लेकर डिजाइन किया गया। ये सब विधानसभा के रिकाॅर्ड में है। नक्शा तैयार करने से पहले वास्तु के लगभग सभी फार्मूले अप्लाई किए गए। यहां कोई वास्तु दोष नहीं है।
गुर्जर ने ही छोड़ा था बातों का भूत
गुरुवार को सचेतक कालूलाल गुर्जर व नागौर विधायक हबीबुर्रहमान ने विधानसभा में भूत-प्रेतों का साया बताया था। नाथद्वारा विधायक की मौत के बाद ये बयान आया था।