लखनऊ, दीपक ठाकुर। केंद्र सरकार ने जो बजट पेश किया है उस पर विपक्ष की नकारात्मक प्रतिक्रिया आने का सिलसिला जारी है जिससे सरकार को कोई फर्क भी नहीं पड़ना चाहिए क्योंकि विपक्षी दलों का काम ही है सत्ता धारी दल के हर काम में त्रुटि निकालना पर वाकई ये काम विपक्ष ही कर रहा है तो ये कहना भी गलत होगा क्योंकि भाजपा सरकार ने बजट पेश किया है उससे अपने भी उतने प्रसन्न नहीं नज़र आ रहे हैं।
यहाँ बात हो रही है भाजपा के साथी शिवसेना की जो कहा जाता है कि भाजपा की बड़ी सपोर्टर पार्टी है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी इस बजट पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है। बजट पर एक निजी चैनल के साथ दिए गए साक्षात्कार के दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा कि भाजपा ने पहले के वादों को पूरा नहीं किया तो बजट में नए वादे करने की क्या ज़रूरत थी उन्होंने कहा कि बजट में कोई ऐसी बात नहीं दिखी जिसकी सराहना की जाए । भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि ये पार्टी जब चुनाव में जाती है तो गठबंधन का सहारा लेती है पर सत्ता में आने के बाद कई अहम् फैसले खुद ही कर लेती है जिसकी भनक तक सहयोगियों को नहीं लगने देती। उद्धव ठाकरे का निशाना नोट बंदी के फैसले को लेकर था।
वैसे लगता यही है कि शिवसेना भी बजट के मुद्दे पर विपक्ष की ही भूमिका में नज़र आ रही है जो भी है बजट तो आ ही गया है जिसपर लोगों की भी मिली जुली प्रक्रिया ही मिल रही है।