लखनऊ,न्यूज़ वन इंडिया-दीपक ठाकुर। आज भारत की राजनीती किस तरफ जा रही है इसका अंदाज़ा हालिया चुनावो को देख कर आसानी से लगाया जा सकता है।आपको याद होगा उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव में असल मुद्दा क्या था महंगाई,बेरोज़गारी से कोसो दूर श्मशान और कब्रिस्तान का इसी मुद्दे को लेकर भाजपा और सपा में चुनावी भाषण होते रहे और उनके शोर के बीच जनता की आवाज़ दबी रह गई वो भी उसी बे फज़ूल की बात को अपने स्वाभिमान की लड़ाई मान बैठी और नतीजा सामने है कि नई सरकार आने के बाद भी ना महंगाई कम हुई और ना बेरोज़गारी ही खत्म हुई।
अब आइए गुजरात चुनाव में यहां कांग्रेस और भाजपा की सीधी टक्कर रही कांग्रेस के अध्यक्ष मन्दिर दर्शन और कांग्रेस के ही एक वरिष्ठ नेता की प्रधानमंत्री पर की गई अभद्र टिप्पड़ी ने पूरे गुजरात चुनाव में भाजपा को जबरदस्त मुद्दा दे दिया और यहां भी महंगाई बेरोज़गारी और विकास की बात दबी रह गई दोनो पार्टीयों का चुनावी भाषण एक दूसरे पर कटाक्ष करते ही निकल गया पर यहां भी जीत भाजपा की ही हुई क्योंकि प्रधानमंत्री की इमेज लोगो मे घर कर चुकी थी।
अब फिर एक बार गुजरात पे आइये चुनाव में करारी हार से बचने के बाद जब काँग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गाँधी धन्यवाद यात्रा पर निकले और मंदिर के दर्शन को गए तो इस बार मुसलमानों के हमदर्द ओवैसी साहब बोल बैठे कि मंदिर ही क्यों मस्ज़िद क्यों नही जाते मतलब कमाल के लोग हैं ये नेता भी खाली अपना फायदा कैसे हो इसी से मतलब रखते हैं इनको ना जनता के हित से कोई लेना देना है ना से किये गए वादे से कोई सरोकार।
यहां दोषी जनता भी है पर मजबूर भी किसी ना किसी को चुनने वाली पर करे तो क्या करे हमारे देश की व्यवस्था ही ऐसी है यहां मंदिर मस्जिद पर वोट देने वालो की कमी नही भले घर मे दोनो वक़्त चूल्हा ना जलता हो।पर अभी भी समय है।।