लखनऊ : समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने अपने 79वें जन्मदिन पर बुधवार को कहा कि मुसलमानों ने सपा का साथ नहीं छोड़ा है. पिछले विधानसभा चुनाव में सपा के नेता उनका वोट नहीं डलवा सके. अगर वोट डलवा दें, तो मुसलमान सपा को उसी तरह का वोट दे रहा है, जितना पहले दे रहा था. उन्होंने कहा आमतौर पर मुसलमान आज भी सपा के साथ सहानुभूति रखता है, लेकिन मौजूदा हालात को आप कैसे ठीक करोगे, बूथ कैसे चलवाओगे.
मुलायम ने कहा कि सपा के युवाओं शर्म करो कि विधानसभा चुनाव में 47 सीटें आयी हैं.
इतना बुरा हाल पार्टी का तो अयोध्या में कारसेवकों पर गोली चलवाने के बाद भी नहीं हुआ. 1993 के विधानसभा चुनाव में सपा 105 सीटें जीत गयी थी. फिर उसकी सरकार बन गयी थी. उस वक्त सपा के नौजवान कार्यकर्ता जैसे थे, आज उन जैसे नौजवानों की कमी है. तब भी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उन्हें कितना सम्मानजनक पद दे दिया. हम पार्टी को कमजोर नहीं देखना चाहते. मैंने अकेले यह पार्टी बनायी थी.
कार्यक्रम की तसवीर
अखिलेश को आशीर्वाद दिया, शिवपाल नहीं आये
मुलायम ने कहा कि उन्होंने अपने बेटे सपा अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को आशीर्वाद दिया है. आगे भी देते रहेंगे. वह मेरा लड़का है और राजनीति भी करता है. मुलायम ने इस मौके पर केक काटा और सबसे पहले अखिलेश को खिलाया. इस मौके पर मुलायम के छोटे भाई व अखिलेश के प्रतिद्वंद्वी शिवपाल सिंह यादव मौजूद नहीं रहे.