श्रीनगर के कुपवाड़ा में शहीद हुए कैप्टन आयुष यादव के घर 28 अप्रैल (रविवार) को अखिलेश यादव पहुंचे थे। कैप्टन आयुष के घर उनकी सेना के मेजर से बहस हो गई थी। जिसको लेकर मीडिया में खबर छपी थी कि अखिलेश ने शहीद का अपमान किया। अब इस मामले पर अखिलेश ने अपनी जुबान खोली है…
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का कहना है कि, जैसा बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया जा रहा है वैसा कुछ भी नहीं हुआ। मीडिया मसाला लगा कर चीजों को पेश कर रही है।
अखिलेश ने बताया आखिर उस दिन हुआ क्या था
शहीद के घर मैं (अखिलेश) मिलने गया था, लेकिन आर्मी के लोग मुझे मिलने नहीं दे रहे थे। मैंने तब भी कहा था कि मैं यहां राजनीती करने नहीं आया हूं। इसके बाद वे बोले…
इसके बाद अखिलेश बोले हम पर तो गाय का सवाल खड़ा कर देते हैं। हम पर हिन्दू ना होने का सवाल खड़ा कर देते हैं। हम तो बीजेपी वालों से पूछना चाहते हैं कि बता दो कि हम हिन्दू हैं की नहीं हैं। इस तरह की राजनीती हो रही है।
अखिलेश यादव ने आगे कहा कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। बस जरूरत है तो वहां की आवाम में भरोसा जगाना की। हमारे पास फ़ोर्स की कमी नहीं है। फिर भी फ़ौज के लोग शहीद हो रहे हैं। इस पर पीएम और केंद्र सरकार को सोचना चाहिए की सीमाओंं पर हमारे फौजियों की जान क्यों जा रही है।जिस बर्बरता के साथ सेना के जवानों को मारा जा रहा है ऐसे में जरूरत है कि पीएम सख्ती दिखाए।
अखिलेश यादव ने पेट्रोल पंप स्कैम को लेकर कहा जो इंजिनियर पेट्रोल पम्प की मशीन बनाते हैं। जिन्होंने भी मशीनें लगाई हैं वह जब रिटायर हुए होंगे तो उन्होंने चिप और रिमोट बनाए होंगे। इसमें बड़ी जांच होनी चाहिए। पता चल रहा है कि औरैया से शुरुआत हुई थी। ऐसे में इसकी पूरे देश में जांच होनी चाहिए। जो पकड़ा गया है वह ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं है। उसे कहीं अच्छी ट्रेनिंग मिली होगी।
अखिलेश यादव ने एक बार फिर वोटिंग मशीन पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा टेक्नोलॉजी का कब गलत इस्तेमाल हो जाए कोई नहीं जानता है। मोबाइल से क्या-क्या हो सकता है। पीएम कह रहे थे कि मोबाइल से बैंक भी चल सकता है। अगर मोबाइल से बैंक चल सकता है तो खबरें भी आती हैं कि क्रेडिट और डेबिट कार्ड से चोरी हो जाती है। बिजली के मीटर में भी डिवाइस लगाने से मीटर तेज या धीमा हो जाता है। मैंने ईवीएम पर सवाल उठाया था। यह सभी जानते हैं कि ईवीएम भी खराब हो जाती है और खराब होने के बाद वह ठीक कर दी जाती है। हम समाजवादी पार्टी के लोग इतना जानना चाहते हैं कि इन मशीनों में खराबी क्या हो जाती है और ठीक कैसे हो जाती है। अगर खराब ठीक की जा सकती है तो ठीक मशीन को खराब किया जा सकता है। यही हमारा सवाल है।