जेएनएन, लुधियाना। शिरोमणि अकाली दल के बाद अब भारतीय जनता पार्टी ने भी अनुशासनहीनता के आरोप में 12 स्थानीय नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इन नेताओं पर पार्टी के नियमों की अनदेखी का आरोप लगा है। ये नेता अपनी पार्टी और सहयोगी दल शिअद के उम्मीदवारों के खिलाफ लुधियाना नगर निगम चुनाव के मैदान में खड़े हैं।
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि इन बागी नेताओं के नगर निगम चुनाव में पार्टी के ही प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव लड़ने से दिक्कत हो रही है अौर ऐसा कर उन्होंने पार्टी का अनुशासन तोड़ा है। इन नेताओं के बारे में जैसे ही पार्टी के उच्च नेताओं को सूचना मिली तो उन्होंने देरी न करते हुए निष्कासन का आदेश जारी किया।
पार्टी के आदेश को कार्यकर्ताओं ने सराहा
भाजपा के इस आदेश को कार्यकर्ताओं ने उचित करार दिया है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि इससे अन्य सदस्यों को भी सबक मिलेगा और पार्टी की छवि भी धूमिल नहीं होगी।
निकाय चुनाव पर पड़ सकता है असर
राजनीति से गहरा संबंध रखने वाले कुछ वरिष्ठ जनों का कहना है कि शिअद और भाजपा के इस फैसले का असर निकाय चुनाव पर भी पड़ सकता है। उनका कहना है कि जिन लोगों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया है वह अब चुनाव में पार्टी के खिलाफ जहर घोलने का काम करेंगे।
भाजपा ने इन्हें किया बाहर : वार्ड 13 से लाल चंद भारती, वार्ड 22 से पूर्व पार्षद राधे कृष्ण, वार्ड 22 से बृजनंदन, वार्ड 16 से सेवा सिंह, वार्ड 83 से राजेश शर्मा मिंटू, वार्ड 83 से रेनू शर्मा, वार्ड 12 से गुरदीप सोढी, वार्ड 26 से अनिल अरोड़ा, वार्ड 27 से उदय सिंह राठौर, वार्ड 3 से तिलक राज अरोड़ा, वार्ड 32 से जतिंदर सिंह शिंदा और वार्ड 32 नीरज से मेंहदीरत्ता।