लखनऊ,दीपक ठाकुर। शिया वक्फ बोर्ड का जिस बात को लेकर गठन किया गया था उससे वो मक़सद पूरा होता नही दिख रहा बल्कि वहां से भ्र्ष्टाचार की बू ज़्यादा आने लगी है ये बात पिछले काफी समय से उठ रही है कि वक्फ बोर्ड अपने काम को सही तौर पर नही कर रहा। पर लगता है कि शिया वक्फ बोर्ड की तस्वीर बदलने वाली है क्योंकि राज्य मंत्री मोहसिन रज़ा ने भी इस पर सख्त आपत्ति जताई है।
मोहसिन रज़ा ने शिया वक्फ बोर्ड का निरीक्षण करने पर वहां मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों को जनता की आवाज़ सुन के काम करने की हिदायत दी है साथ ही ये भी माना है कि यहां काफी गड़बड़ झाला है जिसे दुरुस्त करना उनकी पहली प्राथमिकता होगी।
उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड की वास्तविकता पर वो प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से बहुत जल्द मुलाकात करेंगे और ये मांग भी करेंगे कि फिलहाल इस बोर्ड को भंग किया जाए।
आपको याद ही होगा कि शिया वक्फ बोर्ड पर पिछले काफी समय से ज़मीन के घोटाले और जनता की परेशानियों को अनदेखा करने का आरोप लग रहे थे पर पुरानी सरकार ने इसकी सुध नही ली पर अब जब निज़ाम बदल चुका है तो लगता है कि शिया वक्फ बोर्ड भी भ्र्ष्टाचार में लिप्त होने के आरोप से बरी हो कर स्वक्ष छवि के साथ एक नए रुप मे अपने काम को अंजाम देगा।
आपको बता दें कि पिछले काफी समय से शिया वक्फ बोर्ड के चेयर मैन वसीम रिज़वी पर वक्फबोर्ड की जमीनों को लेकर धोखाधडी के आरोप लगे है जिनमे लिखित शिकायत तक दर्ज कराई गई है और सूत्र बताते हैं कि वसीम रिज़वी जिनके करीबी हैं वो हैं आज़म खान जिन्हें इस बात का श्रेय जाता है कि उन्ही की बदौलत वसीम रिज़वी को ये औदा मिला अब आज़म खान पर भी घोटाले के आरोप लग रहे हैं तो वाकई ये लगता है कि इस दोस्ती में जो एक धागा था उसको मोहसीन रज़ा ने सख्ती से अपनी गिरफ्त में ले लिया है और अब वो उन सभी मामलों में दूध का दूध पानी का पानी कर के ही मानेगे।