लखनऊ, दीपक ठाकुर। लखनऊ मध्य से समाजवादी पार्टी ने फिर एक बार रविदास मेहरोत्रा पर विश्वास जताया है पर ये विश्वास समाजवादी पार्टी के लिये कितना हितकारी सावित होगा इसपर हमें संदेह है।
संदेह की वजह भी है जो लाज़मी भी है वो इसलोये क्योंकि रविदास मेहरोत्रा ने बीते पांच सालों में अपने क्षेत्र में कोई विकास कार्य नहीं किया ये हम नहीं कह रहे ये वहाँ के पार्षद ही कह रहे है उन्होंने पार्टी आला कमान से खुद ये शिकायत की है कि लखनऊ मध्य की सीट किसी और को दी जाये क्योंकि रविदास जी का नाम खराब है क्षेत्र में।
अब जब सपा के पार्षद ही सपा के उम्मीदवार के खिलाफ एक जुट हो तो ऐसे में क्या पार्टी का उम्मीदवार अपनी सीट बचा पायेगा ये एक बड़ा सवाल है ।
यहाँ ये बात समझनी ज़रूरी है कि क्या लखनऊ मध्य के लिए रविदास मेहरोत्रा ने कोई काम नहीं किया या वो अपनी पार्टी के विरोध का शिकार हो रहे हैं।
बहरहाल सच्चाई चाहे जो भी हो पर पार्टी के अंदर की ये अंतर्कलह रविदास मेहरोत्रा की जीत पर कितनी भारी पड़ेगी ये वाकई सोचने की बात है जो पार्टी आलाकमान के लिए सिर दर्द साबित हो सकती है ।
अब पार्टी आलाकमान को ये चाहिए को अपने अंदर की कलह को दूर कर के लखनऊ मध्य सीट को पाक साफ रख्खें वो इसलिए भी ज़रूरी है क्योंकि पार्टी को पिछली बार ये सीट मिली थी जो अगर इस बार ना मिली तो इसकी टीस 5 साल तक रहेगी।