लखनऊ: समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल यादव ने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के सामने शर्त रखी है। उन्होंने कहा है कि अखिलेश को मुलायम सिंह को पूरा सम्मान देना चाहिए। ”अगर वो नेताजी को सम्मान देने को तैयार हैं तो हमलोगों में समझौता हो सकता है।” शिवपाल यादव के इस बयान से साफ हो गया है कि मुलायम फैमिली में मनमुटाव अभी कम नहीं हुआ है।
अखिलेश को शिवपाल ने बताया घमण्डी
मलिहाबाद के ज्ञानदीप इण्टर कॉलेज में लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने अखिलेश यादव को घमण्डी बता दिया। शिवपाल यादव ने कहा कि ”कुछ चापलूसों और कानाफूसी करनें वाले लोगों के बहकावे में आकर उन्होनें नेताजी को अपमानित कर दिया।” उन्होंने कहा कि ”अखिलेश ने वादा किया था कि चुनाव में हार होने के बाद पार्टी की कमान नेताजी को सौंप देंगे।” ”लेकिन, अभी तक उनकी तरफ से ऐसा कुछ नहीं किया गया।” उन्होंने कहा कि ”अगर अभी भी नेताजी को सम्मान दे दिया जाए तो हमारे बीच समझौता हो जाएगा।” यहां शिवपाल यादव ने मशहूर मलिहाबाद की बागों की आम का स्वाद भी लिया। साथ ही कॉलेज में युवाओं को संघर्ष करने के लिए हमेशा तैयार रहने की सीख दी।
सेकुलर फ्रंट लॉन्च करने की हुई थी घोषणा
बता दें, शिवपाल यादव ने 31 मई को समाजवादी सेकुलर फ्रंट को लॉन्च करने की बात की थी। इसके लिए उन्होंने 6 जुलाई को सम्मेलन भी बुलाने का एलान किया था। शिवपाल ने कहा था, “समाजवादी सेकुलर फ्रंट की पूरी तैयारी हो चुकी है, 6 जुलाई को सम्मेलन के दौरान इसका एलान किया जाएगा। “इसमें 1 लाख लोग आएंगे। सभी पुराने समाजवादी भी आएंगे। अभी ये समाजवादियों का मोर्चा है। चुनाव के बारे में फैसला नेता जी लेंगे। “इस मोर्चे की खास बात ये होगी कि इसमें अहसान फरामोशों की इंट्री नहीं होगी। नया ऑफिस वहीं होगा, जहां हम रहेंगे और जहां नेता जी कहेंगे।” “नेताजी जहां रुक जाते हैं, वहीं से समाजवाद की शुरुआत होती है।”