लखनऊ,दीपक ठाकुर।बच्चो का सही विकास हर माँ बाप के लिए एक अहम मुद्दा है लेकिन सही जानकारी न होने के कारण अक्सर अभिभावक सही कदम नहीं उठा पाते, इस बात को ध्यान में रखते हुए सिटी इंटरनेशनल स्कूल,ने दिनाक 01 -04 -2017 (शनिवार ) को स्कूल परिसर में बच्चों के स्वास्थ सम्बंधित जगरुकता प्रोग्राम्म का आयोजन किया। इस सत्र में डॉ प्रचुर अग्रवाल (pediatrician ) ने बच्चो के पूर्ण विकास से सम्बंधित जानकारियाँ व टीकाकरण , दृष्टि, एवं उनके सम्पूर्ण स्वस्थ के बारे में बताया और कहा की काफी बीमारिया सही diet के ज़रिये दूर की जा सकती है।
ज़्यादातर अभिभावक ये सोचते है कि उनका बच्चा कम खाना खाता है या उसका सही विकास नहीं हो रहा है और अक्सर सही जानकारी के अभाव में वो कभी कभी अपने बच्चो को ज़ोर ज़बरदस्ती से खाना खिलने की कोशिश करतें है जिससे बच्चे का मन खाने से हट जाता है। कुछ पेरेंट्स बच्चे को table manner के लिए उसे बार बार टोकते जिससे उनकी खाने में दिलचस्पी कम हो जाती है। अभिभावकों के लिए ये ज़रूरी है कि अगर उन्हें किसी भी तरह की शंका हो तो वो किसी dietitian या doctor से सही जानकारी प्राप्त करे कि उनके बच्चे की उम्र के हिसाब से उसकी लंबाई एवं वज़न सही है कि नहीं। दूसरी बात ये कि ज़्यादा खाना खिलाने से केवल नुक्सान ही होता है। बच्चो को उनके गुड़वक्ता तथा ज़रूरत के अनुसार ही खिलाना चाहिए।
डॉ प्रचुर व मिस प्रियंका (dietitian) ने आयरन , आयोडीन , विटामिन A , एवं जिंक का महत्व बताते हुए उनका असर दिमाग एवं पूर्ण विकास पर होने के बारे में जानकारी दी। इसके साथ सही प्रकार के खाने व आयु के अनुसार हर ज़रूरी चीज़ सही मात्रा में देने के बारे में माता पिता को बताया जिससे बच्चो का सही प्रकार से विकास हो सके।
ज़्यादातर बच्चो में पायी जाने वाली micro nutrient deficiency जिसे hidden hunger के नाम से भी जाना जाता है इस वक़्त करीब 2 billion बच्चो में पायी जाती। micro nutrient की कमी बच्चो के शरीर में कई तरह के प्रभाव डालती है जैसे उनकी सही विकास में बाधा का कारण बनती है, दिमागी विकास में कमी , स्वस्थ सम्बंधित समस्याएं , एवं कुछ स्थितियों में मौत तक का कारण बन जाती है।
micro nutrients की कमी ज़्यादार प्रसंस्कृत खाना और पये प्रदार्थ है जो बच्चो में मोटापा एवं अन्य समस्याओ को बढ़ावा देती है।