लखनऊ,दीपक ठाकुर। अखिलेश यादव ने पिछले पांच साल उत्तर प्रदेश की सत्ता संभाली जिसमे उनको सफलता और विफलता दोनों का सामना करना पड़ा।सफलता इस लिए क्योंकि बीते पांच सालों में अखिलेश ने खुद को एक काबिल नेता के तौर पर प्रस्तुत करने का प्रयास बखूबी किया और विफलता इस लिए की पांच सालों की मेहनत का रिटर्न गिफ्ट उन्हें सत्ता से बाहर ले गया।
सत्ता से बहार होने का मलाल उनको है और होना लाज़मी भी है पर इसके लिए मिडिया को दोष देना कहाँ तक उचित है आपने ये क्यों कह दिया कि अब आप उस वक़्त का इंतज़ार कर रहे हैं जब यूपी में कोई अपराध होगा तो मिडिया उसकी कवरेज कैसे करेगी क्या वो योगी आदित्य नाथ की तस्वीर भी घटना की तस्वीर के साथ जोड़ कर चलाएगी या नही? ये बात आप भी जानते होंगे कि आप प्रदेश के मुखिया थे और आपके प्रदेश में घटनाएं घटी तो मिडिया का तो फ़र्ज़ है ना पूरी बात को सामने लाना तो इस वजह से आपकी तस्वीर भी लगती होगी ताकि आप मामले पर तुरंत एक्शन ले और ऐसा ही प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री के साथ भी होगा अगर अपराध वास्तव में जघन्य है तो सीधे प्रदेश का मुख्यमंत्री जवाब दे होगा ही।
अब रही बात आपके आवास की जिसमे अब योगी आदित्य नाथ रहते है उन्होंने गृह प्रवेश से पहले शुद्धि कारण करवाया तो इसमें भी आप खफा हो गए आपने कह दिया कि अगली बार आप गंगाजल से धुलवायेंगे ये अच्छी बात है कि जहाँ रहा जाए वहां से बलाओं को दूर करने के लिए मन की संतुष्टि कर लेनी चाहिए यही काम योगी जी ने किया आप भी करते तो शायद ऐसी दशा ना होती क्योंकि आप भी मानते है ना की गृहक्लेश भी आपकी हार की एक मजबूत वजह साबित हुई है।
चलिये फिलहाल तो वक़्त ये बात कहने का है कि प्रदेश अपराध मुक्त रहे सभी भाई चारे के साथ प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने में सहयोग करें सरकार तो आनी जानी है काम अच्छा होगा तो आपको या जो भी उसी को ज़्यादा मेहनत नहीं करने पड़ेगी क्यों अखिलेश जी आप तो वैसे भी अब समझदार हो गए है तो बात ऐसी करिये जिससे आपकी समझदारी झलके ना कि आपका रोष।