सीतापुर-अनूप पाण्डेय,अस्वनी त्रिपाठी:NOI।
उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर के
जहांगीराबाद सीतापुर जहां केंद्र सरकार वह भाजपा के कार्यकर्ता आए दिन कहीं ना कहीं झाड़ू लगाते नहीं थक रहे हैं वहीं दूसरी ओर गांव में फैली भीषण गंदगी के चलते लोगों का बुरा हाल है नालियां पूरी तरह बंद पड़ी हैं किसी प्रकार की कोई राहत नहीं मिल पा रही है इस का जीता जागता उदाहरण विकास खंड बिसवां के ग्राम पंचायत जहांगीराबाद के दानपुरवा गांव का है जहां पर लोगों के लिए घरों का पानी रास्तों में भरने के चलते लोगों का निकलना दूभर हो गया है यही के लोग बताते हैं कि जहांगीराबाद से दानपुरवा का मार्ग जो आरसीसी सड़क बनी हुई है वह पूर्ण तथा पानी भरने के कारण अवरुद्ध है जिसे लोगों का निकलना मुश्किल है ही यहां पर भरे पानी से उठने वाली दुर्गंध से लोग काफी परेशान हैं इस परेशानी से लोग छुटकारा पाने के लिए अधिकारियों से काफी गुहार लगा चुके हैं लेकिन किसी प्रकार का कोई निदान नहीं किया जा रहा है जिससे लोग काफी परेशान हैं दानपुरवा निवासिनी नासिरा कहती हैं कि यह सड़क बनना न बनना कोई मायने नहीं रखता जब से बनी है तब यहां पानी के अलावा रास्ता नहीं दिखता है लोगों का निकलना मुश्किल हो रहा है सलीमा कहती हैं कि यहां पर पानी काफी भरा होने के चलते मेरा बेटा इसी में गिर गया था जो कि काफी खतरा बना हुआ है जिसको अगर ना ठीक कराया गया तो काफी परेशानी और बढ़ जाएगी यही कि निवासिनी रेशमा बोलती हैं कि सड़क के किनारे गड़ही तालाब है जो कि गहरा है जिसमें कई बार जानवर गिर चुके हैं जो कि काफी मेहनत करने के बाद निकल सके यहां पर मदरसा है जिसमें करीब 450 बच्चे पढ़ते हैं जिसमें करीब 200 बच्चों का रुकना होता है जिसका पूरा पानी इसी सड़क पर खुला नाला बहता रहता है तथा गांव के नाले का पानी इसी में गिरता है जिसको लेकर गांव के लोगों ने प्रधान से कई बार शिकायत की लेकिन अभी तक कोई ध्यान इस तरफ नहीं किया दान पुरवा निवासी मोहम्मद अयूब कहते हैं कि यह सड़क 2012 13 में सांसद कैसर जहां ने सांसद निधि से कुल लागत 6 लाख 73,000 की लागत से आरसीसी निर्माण व नाली निर्माण कराया गया था जहां पर न नाली का पता है और और ना ही आरसीसी का पता है यहां के निवासी राम सिंह वर्मा ने बताया कि यहां पर सड़क बनने के बाद आज तक सड़क पर निकलना मुश्किल हो गया है गांव के लोगों से काफी परेशान हैं इसे तरह तरह की बीमारी फ़ैल रही है जिसके लोगों में भय व्याप्त है क्या कहते हैं प्रधान प्रतिनिधि असलम अंसारी इस सड़क का प्रस्ताव पास हो चुका है जब पानी सूखेगा निर्माण कार्य किया जाएगा लेकिन सवाल यह उठता है कि पानी तो कभी सूखेगा ही नहीं क्योंकि मदरसा में करीब 200 बच्चे रहते हैं गांव का पानी भी इसी में आता है पानी का बहाव तो रोज होता है कब सूखेगा यह तो किसी को पता ही नहीं है ऊपरवाला जाने