सीतापुर-अनूप पाण्डेय,सुनील वर्मा:NOI।
उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर के
थाना सदरपुर सरकार की मंशानुरूप पूरे प्रदेश में भयमुक्त वातावरण तैयार करने की बात सत्तसीन दल एवं सुरक्षा से जुड़े लोगों के द्वारा प्रायः प्रतिदिन ही की जा रही है । और इस सम्बंध में यह दावा भी किया जा रहा है, कि वर्तमान सत्ता से जुड़े किसी भी व्यक्ति के द्वारा सत्ता का दुर्पयोग नहीं किया जा रहा है। हो सकता है कि प्रदेश स्तर पर किसी हद तक यह बात सही भी हो । परन्तु थाना सदरपुर स्तर पर यह बात कहनी अथवा बतानी कहीं न कहीं छलावा ही सिद्ध होगी । क्योंकि व्यवहारिक धरातल दर्जनों चोरियों व अन्य अपराधों को रोक पाने में नाकाम सदरपुर पुलिस के लिए यह बात यहाँ के लिए अपवाद बनकर रह गई है।
यथा विदित है कि जनपद का थाना सदरपुर क्षेत्र विस्तार के आधार पर महमूदाबाद, बिसवाँ तथा सेउता तीन विधानसभा क्षेत्रों में फैला हुआ है। इन तीनों विधायकों में दो माननीय सत्ता पक्ष तथा एक विपक्षी दल का प्रतिनिधित्व करते हैं।शायद इसी बहुमत के चलते यहाँ सत्ता के मद में कुछ लोग इस कदर अपने जलवे को कायम करने की जुगत में लगे हुए हैं जैसे कि उन्हें सरकार की तरफ से कोई विशेषाधिकार देकर कोई भी आचरण करने की छूट दे दी गई हो । इसका एक ताजा उदाहरण थानाक्षेत्र के अन्तर्गत स्थित कस्बा जंहगीराबाद में एक व्यक्ति द्वारा स्वयं को सत्ता पक्ष का पदाधिकारी व वर्तमान विधायक का बहुत ही करीबी बताते हुए पत्रकारों के साथ अभद्रतापूर्ण व्यवहार करके सबके सामने प्रस्तुत किया गया ।
जानकारी के अनुशार कस्बा जंहगीराबाद निवासी विनोद सोनी (संवाददाता दैनिक भाष्कर हिन्दी) अपने अन्य पत्रकार साथियों के साथ वहीं चौराहे पर खड़े कुछ बातें कर रहे थे।तभी वहां अचानक ग्राम कलिमापुर निवासी पंकज अवस्थी आए और स्वयं को विधायक ज्ञान तिवारी का बहुत ही करीबी बताते हुए उनके साथ गाली गलौज व उन्हें जान से मारने की धमकी देते हुए अभद्रता करने लगे। मौके पर उपस्थित अन्य कई लोगों के द्वारा समझाने पर वह पत्रकारों को आगे भी देख लेने की धमकी देते हुए वहाँ से चले गए। इस घटना के बाद क्षेत्र के सभी पत्रकारों में भय का वातावरण बना हुआ है । वैसे भी सदरपुर में पत्रकारों के साथ यह कोई पहली घटना नहीं है,अभी कुछ दिन पूर्व ही एक समाचार के लिए फोटो लेने का प्रयास करते हुए राष्ट्रीय सहारा के संवाददाता अनुज वर्मा के द्वारा थाने पर नियुक्त एक उपनिरीक्षक के द्वारा दुर्व्यवहार किया गया था । अब ऐसी स्थितियों में सदरपुर के सभी पत्रकारों में पुलिस व सत्ता पक्ष दोनों तरफ से भय व्याप्त है। साथ ही जानकारी के बाद भी दोनों ही प्रकरणों में थानाध्यक्ष सूर्य बली पाण्डेय के द्वारा दी गई प्रतिक्रिया से खिन्नता भी व्याप्त है। फिलहाल पीड़ित पत्रकार विनोद सोनी व उनके साथियों के द्वारा थानाध्यक्ष सदरपुर को इस मामले में एक शिकायती प्रार्थना पत्र दे दिया गया है । पत्रकारों न तय किया है कि उचित कार्यवाही न होने तथा न्याय न मिलने पर सभी पत्रकार आगे की रणनीति बनाकर अगला कदम उठाने को विवश होंगे।