सीतापुर-अनूप पाण्डेय:NOI।राजधानी के महानगर थाने मे पुलिसकर्मियों की साझी करतूत देखने को मिली है ,जहाँ विवेकानंद नर्सिंग अस्पताल के हास्टल मे सीतापुर की नेहा कस्यप लड़की की मौत को लेकर हो रही लालफीताशाही कानूनी कार्यवाही ने पुलिस महकमे को सवालो के घेरे मे लाकर खड़ा कर दिया है ।गौरतलब हो कि 27,6,17 मंगलवार को लखनऊ के महानगर थाना क्षेत्र के विवेकानंद अस्पताल मे जीएनएम फर्स्ट ईयर की छात्रा नेहा कश्यप अपनी रूममेट प्रतिमा त्रिपाठी के साथ ही अस्पताल के हास्टल के कमरा नम्बर 31 मे रहकर ही पढाई कर रही थी । परिजन ने बताया कि वह हास्टल मे 29 सितम्बर से ही रहकर पढ़ाई कर रही थी परिजन ने आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी कि लगभग 6 महीने से उसकी रूम पार्ट्नर प्रतिमा त्रिपाठी द्वारा मानसिक रुप से प्रतडित होने के चलते हास्टल के कमरे मे पंखे से दुपट्टे के सहारे लटककर छात्रा ने खुदकुशी कर ली थी । परिजन का आरोप है कि उन्हे घटना की जानकारी देर मे दी गई थी । अस्पताल पहुँचने के बाद भी अस्पताल प्रशासन ने काफी समय तक उन्हे अँधेरे मे रखा और घटना की जानकारी नही दी । निखिल ने आरोप लगाया है कि पूरा कालेज प्रशासन भी उसकी मृत्य के लिये पूर्ण रुप से जिम्मेदार है और असल बाते छिपाई जा रही है ।
निखिल ने बताया कि उसके द्वारा थाने मे प्रतिमा त्रिपाठी के खिलाफ नामजद तहरीर दी गई थी और उसका पता कालेज का हास्टल का रूम नम्बर 31 दिया गया था जबकि पुलिस वालों ने दी गई एफआईआर मे प्रतिमा त्रिपाठी के स्थान पर प्रतिभा त्रिपाठी लिख दिया गया है साथ ही उसे अज्ञात भी बताया गया है घटना के विस्तॄत विवरण मे घटना की तिथि 17 जून डाल दी गई है जबकि घटना 27 जून को हुई थी । निखिल ने यह भी आरोप लगाया है कि पुलिस वाले ठीक ढंग से कार्यवाही करने मे आनाकानी कर रहे है जिससे उनकी अभियुक्त से मिलीभगत करके केस को भटकाने का प्रयास किया जा रहा है ।