सीतापुर-अनूप पाण्डेय, नितेश बाजपेयी:NOI।
रेउसा – स्थानीय कस्बे में लम्बे समय से फलफूल रहे नकली रासायनिक खाद के काले कारोबार का उस समय बड़ा खुलासा हुआ जब एक किसान ने अपने खेतों में डालने के लिये चार बोरी डी ए पी खरीदा और प्रथम दृष्ट्या इसे नकली पाया।पीड़ित द्वारा इस घटना की सूचना थाने पर दे दी गयी।उच्चाधिकारियों की मौजूदगी एवम निर्देशन में पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा बहराइच रोड स्थित सन्तोष खाद भंडार पर छापेमारी की कार्यवाही की गयी।इस दौरान नकली खाद के काले कारोबार के बारे में सनसनीखेज तथ्य प्रकाश में आये।खाद व्यवसायी के गोदाम में नर्मदा फॉस खाद को सरदार डी ए पी की बोरियों में भरा जा रहा था।छापेमारी के दौरान करीब पचास बोरी डीएपी पिकअप में लोड करती हुयी भी पकड़ी गयी जिसे क्षेत्र की अन्य बाजारों में खपाने के लिये भेजा जा रहा था।साथ ही गोदाम में कई सैकड़ा छपी बोरियां भी बरामद की गयीं।गोदाम में करीब एक दर्जन बोरियां नकली खाद भरकर सिलाई की जा रही थी।पुलिस टीम द्वारा सिलाई मशीन व अन्य सामग्री भी बरामद की गयी।
सूचना को संज्ञान में लेते हुए मौके पर पहुंचे तहसीलदार बिसवां नीरज पटेल ने सम्बन्धित लेखपाल रहमतुल्लाह से गोदाम में मौजूद विविध प्रकार की खाद की बोरियों को सूचीबद्ध करने को निर्देश दिये।गोदाम में नर्मदा फास्फोरस की 305 बोरी,डीएपी सरदार की 17 बोरी,नवरत्ना एनपीके की 86 बोरी, शक्तिमान जाइम 110 बाल्टी, पोटैशियम उर्वरक की आठ बोरियाँ, गन्धक रसायन की आठ बोरियाँ, जिंक उर्वरक की 10 बोरियाँ,नकली खाद बनाने में प्रयुक्त होने वाला 17 गत्ता पाउडर कब्जे में लिया गया तथा खाद की खाली 500 बोरियां भी बरामद की गयीं।घटना की सूचना पाकर उपजिलाधिकारी बिसवां तथा कृषि रक्षा अधिकारी भी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुँच गये थे।टीम द्वारा गोदाम से बरामद की गयी रासायनिक खाद की जांच का कार्य जारी होने के साथ ही अन्य संदिग्ध खाद विक्रेताओं की दुकानों पर भी छापेमारी का कार्य जारी है।