सीतापुर-अनूप पाण्डेय ,आजम खान:NOI।
उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर में
ऐतिहासिक नगरी खैराबाद हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिशाल है। यहाँ की मुग़ल कालीन सभ्यता की धरोहर मकबरें, मन्दिर, मस्जिद, इमामबाड़े जो खुदाई ताक़तों का बसेरा है इसी नगरी में एक ऐतिहासिक इमामबाड़ा(मक्का ज़मीदार स्थित मोहल्ला- तुर्कपट्टी, खैराबाद) है जो ऐतिहासिक व खुबसूरत आकृतियों(नक्कासियों) से सजा जिसकी खूबसूरती देखते ही बनती है। जो नगरवासियों तथा दूर-दूर से आये लोगों के आकर्षण का केन्द्र बना रहता है। वर्तमान में यह ऐतिहासिक व प्राचीन इमारत नष्ट होने के कगार पे है जो भविष्य में यह इमारत लुप्त होने के काफी करीब है। जिसका कारण यह है कि नगर के इस ऐतिहासिक इमारत को किसी भी विभाग द्वारा देख-रेख नहीं की जा रही है जिस कारण कुछ लोग इस इमारत पे तरह-तरह के नाम वगैरह लिखते रहते है तथा कुछ दबंग अपना बसेरा बनाये हुए है और इस खुबसूरत ईमारत को हानि पंहुचा रहे है। तथा इमारत की ज़मीन को अवैधानिक तरीके से विक्रय कर रहें है।
इस इमारत को न ही पालिका स्तर और न ही जिला स्तर से कोई देख-भाल हो रही है। जिस कारण यह इमारत टूटती ही जा रही है। जो हम सभी के लिए दुर्भाग्पूर्ण व शर्म की बात है। अब जब कोई नगरवासी इस इमारत को देखने के लिए जाता है तो ऐसा लगता है यह प्राचीन इमारत जैसे पूछ रही हो की कब कोई रहनुमा आयेगा, दो कदम रुक कर हमसे पूछेगा क्यूँ वीराने में तन्हा आंसू बहा रहे हो। कौन मेरे रिसते दर्द को समझेगा और मलहम लगाएगा। इस इमारत को बचाने के लिए कई बार प्रार्थना पत्र द्वारा जिला स्तर पर प्रार्थना की गयी परन्तु कोई समाधान नहीं किया जाता। जवाब में सिर्फ दुसरे विभागों पर इस समस्या को थोपते रहते हैं।