सीतापुर-अनूप पाण्डेय
उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन पंजीकृत सीतापुर में पत्रकार शिव प्रकाश पांडे से मारपीट एवं अभद्र व्यवहार एवं फर्जी मुकदमा दर्ज किए जाने के संबंध में जिलाधिकारी डॉक्टर सारिका मोहन को दिया गया ज्ञापन श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के अध्यक्ष श्री चंद्रगुप्त श्रीवास्तव व् भारी संख्या में पत्रकारों ने ज्ञापन देते हुए कहा हमारे पत्रकार यूनियन की सक्रिय सदस्य शिवप्रकाश पांडे राष्ट्रीय हिंदी न्यूज चैनल JK 24×7 जिला संवाददाता है इनके द्वारा विगत 9 सितंबर 2017 की रात में कई पुलिस थानों का रियल्टी चेक किया गया था इस दौरान उनके साथ पत्रकार रोहित बाजपेई मदन यादव व दो अन्य पत्रकार भी मौजूद थे इस दौरान महोली पिसावां रामकोट व नवीन चौकी पुलिस कार्यालय का निरीक्षण किया गया था ।
इसी वाक्य के अगले दिन 10 सितम्बर 2017 को एक न्यूज़ कवरेज करने के बाद शिवप्रकाश अपने दूसरे साथी शिवराज सिंह के साथ घर वापस जा रहा था तभी रास्ते में पड़ने वाली नवीन चौकी पर मौजूद सादी वर्दी में पुलिसकर्मियों ने दोनों को रोक लिया और रियल्टी चेक की बात करते हुए अपशब्द कहने लगे और वहा पर पहले से बैठे गुंडे व् पुलिस कर्मी मारते हुए चौकी के अंदर खींच ले गए जिसके बाद शिवप्रकाश की चौकी के अंदर बेरहमी से पिटाई शुरू कर दी ।
जिसका वीडियो उनके सहयोगी शिवराज सिंह बना रहे थे वीडियो बनते देख पुलिसकर्मियों ने शिवराज सिंह को वहां से दौड़ा लिया जिससे वह मोटर साइकल छोड़कर भाग गए उसके बाद शिव प्रकाश को पुलिस ने थाना रामकोट ले जाकर बंद कर दिया
सुचना पाकर थाने पर पहुंचे पत्रकारों से पुलिस ने कहा कि वह वीडियो हमें दे दें तो हम शिवप्रकाश पांडे को छोड़ देंगे उसके बाद थाने पर मोबाइल मंगवा लिया और मोबाइल से सारा डाटा डिलीट कर दिया गया उनके पहले बनाया गया विजुअल दूसरे मोबाइल में सेव कर लिया गया थाने पर पीड़ित पत्रकार ने बताया की हमसे मोबाइल व आधार कार्ड और कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज छीन लिए गए लेकिन डाटा डिलीट करने के बाद मोबाइल वापस कर दिया था बाद में पुलिस ने हमसे जबरन मोबाइल में रिकॉर्डिंग करवा ली कि हमारे संग मारपीट नहीं की गई है मेडिकल करवाकर धारा 384 506 504 में मुकदमा दर्ज करके छोड़ दिया गया
पत्रकारों को पीटकर पुलिस का बढ़ा मनोबल ।
जिले के रामकोट थाने की नवीन चौकी पर पुलिस द्वारा बगैर वर्दी में पत्रकारों को पीटकर उन सभी पर फर्जी मुकदमा दर्ज करने से जिले में चर्चा है कि पुलिस का मनोबल काफी बढ़ा है। अब सवाल ये उठता है कि पुलिस अधिकारियों द्वारा जानबूझकर बनाया गया इस भयावह मंजर पर प्रदेश सरकार व् जिलाअधिकारी डॉक्टर सारिका मोहन क्या कोई कार्यवाही करती है।