सीतापुर-अनूप पाण्डेय:NOI।जब की इनदिनों जमीनों पर अवैध कब्जा करने वाले लोग भू-माफिया के रूप में चिह्नित किए जा रहे हैं।
आदेश स्थापित भू-माफिया-इनदिनों जमीनों पर अवैध कब्जा करने वाले लोग भू-माफिया के रूप में चिह्नित किए जा रहे हैं। सरकार की सख्त हिदायत है कि ऐसे लोग कितने भी रसूखदार क्यों न हों, इन्हें शातिर और पेशेवर भू-माफिया चिह्नित कर इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। पुलिस-प्रशासन भी भू-माफिया को गैंगस्टर एक्ट में निरुद्ध करने की तैयारी में जुट गया है। एंटी भू-माफिया टास्क फोर्स भी सक्रिय होगी तो जान सकेगी कि भू माफिया ने बड़ी संख्या में सरकारी जमीनों पर कब्जा जमा रखा है। ऐसे भू-माफिया के खिलाफ सरकार अभियान चलाकर सरकारी जमीन खाली कराने जा रही है। वस्तुत: जमीन का धंधा सबसे चोखा है। हो भी क्यों न! कभी औने पौने दाम पर तो कभी कमजोर की जमीन बाहुबल से हड़प कर लोगों को रातोंरात पैसापति बनने का रास्ता सबसे सुगम जो होता है। हर शासन में भू हड़पो अभियान खूब फलता फूलता है। पिछली सरकार में भी स्थापित भू-माफिया तो पनपे ही, जमीन हड़पने के खेल में । तो महज बानगी हैं। राजधानी से लेकर हर जिले में जिस तेजी के साथ भू-माफिया पैदा हुए, वह विस्मय से भर देता है। कहीं किसी अबला का मकान हड़प लिया गया तो कहीं किसान से मामूली दाम पर खेतिहर भूमि लिखवा ली गई। ऐसे रसूखदारों के आगे सरकार भी बेबस दिखी। नए नवेले छोकरे भी जमीन के खेल में शामिल होकर महंगी गाडि़यों में सवारी गांठने लगे। मथुरा के जवाहरबाग जैसे कांड से भी स्पष्ट हुआ कि जमीन के खेल में किस हद तक षड़यंत्र रचा जा सकता है। यह बात प्रशंसनीय है कि योगी आदित्यनाथ की सरकार ने भू-माफिया के प्रति कड़क रवैया अख्तियार किया है। खेतिहर जमीन का सीमांकन और फिर उसे वेबसाइट पर डालने की योजना पर तारीखबद्ध काम चल रहा है। यदि पूरी निष्पक्षता और पारदर्शी तरीके से भूमि हड़पो अभियान उजागर किया गया तो बड़ी ऎसे ही दबंग भू-माफिया के रूप में बेनकाब हो जाएंगे।
वही सीतापुर तहसील बिसवाँ थाना सकरन ग्राम पंचायत पिपरीअनन्त सिंह मजरा अरुवा की कई एकड़ जमीन को जबरन ग्राम पंचायत की जमीन को भूमाफिया रामचंद्र पुत्र रामदुलारे निवाशी पिपरिअनन्त मजरा अरुवा थाना सकरन कब्जा कर कई विघा जमीन के जामुन व् गुलर बहुत पुराने पेड़ो को कटाकर बेच दिया है । उसी रुपयो से तालाब को मिटटी से पटाकर गुड़ बेल लगा ली और कई एकड़ जमीनों पे खेती करने लगा है ।ग्राम प्रधान व् पब्लिक ने लिखित एस डी ऍम बिसवाँ को पत्र दिया था जिसमें लेखपाल व् पुलिस की मिली भगत से कोई भी कार्यवाही नही की गई तो क्या इस अभियान को रुपयो के दम पे ठेंगा देखा रहा है भू माफिया