लखनऊ,न्यूज़ वन इंडिया-दीपक ठाकुर। शुक्रवार की सुबह कोहरे की चादर ओढ़ कर आई कोहरा भी ऐसा के दो कदम की दूरी भी तय कर पाने के लिए जान हथेली पर रखनी पड़ी मगर जिलाधिकारी महोदय ने स्कूल की टाइमिंग बढ़ा के अपना पल्ला झाड़ रखा है जिसका फायदा स्टॉफर्ड सरीखे तमाम प्राइवेट स्कूल उठा रहे थे वो कहते है कि जिलाधिकारी महोदय जब आदेश करेंगे तब ही स्कूल बंद होगा ऐसे नही।
अब आप ही बताइए स्कूल वेन से सुबह तक़रीबन 7 या 8 बजे बच्चो को घने कोहरे में छोड़ कर आना किस अभिभावक को भा रहा होगा हर अभिभावक स्कूल के साथ साथ जिलाधिकारी महोदय को भी इसी बात के लिए कोस रहा था कि क्यों उनके बच्चों पर ये ज़ुल्म किया जा रहा है काहे उनकी जान के साथ खिलवाड़ हो रहा है।
दिसम्बर के अंतिम सप्ताह और जनवरी के शुरुआत में कोहरे का सितम हर बार होता है।सुरक्षा की दृष्टि से स्कूलों को बंद भी किया जाता है कुछ स्कूल संवेदनशील होते है जो बच्चो की जान का और उनके स्वास्थ्य का महत्व समझकर खुद ही सही निर्णय ले लेते हैं पर स्टाफ़र्ड सरीखे स्कूल तब तक हरकत में नही आते जब तक उनको शासनिक पत्र ना मिले जिसका हर्जाना बच्चो को भुगतना पड़ता है क्योंकि स्कूल जाना जरूरी है और जान जोखिम में डालना मजबूरी है क्योंकि कलेक्ट्रेट तक ये कोहरा पहुंच ही नही रहा था।
मगर शुक्रवार को जिलाधिकारी महोदय ने उन स्कूलों को भी आदेश जारी कर दिया जो अभी तक स्कूल खोल कर बैठे थे।आपको बता दें कि कक्षा 8 तक के सभी स्कूलों को चाहे निजी हो या सरकारी 4 जनवरी तक के लिए बन्द रखने का आदेश स्कूलों में पहुंच गया है और 9वी क्लास के स्कूलों का समय 10 बजे से कर दिया गया है।आज का ये आदेश उन अभिभावकों के लिए प्रसन्ता भरा है जिनके बच्चे स्टाफ़र्ड सरीखे स्कूल में पढ़ते है जो अभी तक आदेश के इंतज़ार में बच्चों की जान से खिलवाड़ करने में लगा था।