बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की हत्या की साचिश रचे जाने का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि शेख हसीना की हत्या को लेकर जो प्लान बनाया जा रहा था, वो इंदिरा गांधी की हत्या से प्रेरित था। दरअसल, ये साजिश कोई और नहीं, बल्कि उनके सुरक्षा अधिकारियों ने ही रची थी। इंटरसेप्ट की खुफिया रिपोर्ट के अनुसार, शेख हसीना की सुरक्षा में लगे ढाका के टॉप काउंटर टेररिज्म अधिकारियों ने ही ये प्लानिंग की थी। रिपोर्ट के मुताबिक, स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स (एसएसएफ) के 6 से 7 जवान शेख हसीना की सुरक्षा में तैनात थे और उनकी योजना 24 अगस्त को हमला करने की थी। योजना के अनुसार साजिशकर्ताओं ने बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना की उनके ऑफिस से बहार निकलते ही उन्हें मौत के घाट उतारने का प्लान बनाया था। भारत और बंगलादेश के खुफिया तंत्र ने भी इसकी पुष्टि की है।
इस बारे में जानकारी देते हुए बांग्लादेश की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के साथ मिलकर ये हमला किया जाना था। योजना के अनुसार, जेएमबी जिहादी अन्य सुरक्षा गार्डों का ध्यान हटाने के लिए शेख हसीना के ऑफिस के चारों ओर विस्फोटकों से हमला करना चाहते थे, जिससे भागने के लिए एक रास्ता बन सके। आतंकियों ने यह योजना भारत की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या जैसे बनाई थी। हमलावरों का प्लान था कि जिहादी बाहर से हमला करेंगे और हसीना की सुरक्षा में लगे गार्ड उनकी हत्या कर देंगे। भारत और बांग्लादेशी खुफिया अधिकारियों की एक संयुक्त टीम ने जेएमबी आतंकवादियों और एसएसएफ गार्डों के बीच हुई बात को पकड़ा, जिसके बाद हसीना को ढाका में उनके कार्यालय के बाहर एक स्थान पर रहने की सलाह दी गई थी, जहां उन्हें एक नीजी सभा में शामिल होना था। सभा को ध्यान में रखते हुए उनकी सुरक्षा में लगे जवानों ने उनके चारों ओर एक घेरा बना लिया था। अधिकारी ने बताया कि इस पूरे ऑपरेशन शामिल हर अंतिम व्यक्ति को पकड़ना चाहते हैं।