लखनऊ,दीपक ठाकुर। ये कहने पे हम किसलिए बजबुर हुए इसका अंदाज़ा आपको इन तस्वीरों को देख कर लग जाना चाहिए और अगर आप इसको सिर्फ गंदगी और कूड़े का ढेर समझ कर नज़रंदाज़ कर रहे हैं तो हम आपको इस जगह पर पड़े कूड़े की कहानी बताते हैं।
आपको हमने नवरात्रि से पूर्व इसी स्थान से एक अनशन की खबर दिखाई थी जो अनशन इसी कूड़े को हटाने को लेकर किया गया था उस वक़्त तो कार्यवाहक मेयर जी के आगमन ने तत्काल कूड़ा उठवा कर काली जी मंदिर समिति का अनशन समाप्त करवा दिया था और सम्बंधित विभाग को ये सख्त आदेश भी दिया था के मंदिर मार्ग पर कूड़ा ना डाला जाए पर अब की तसवीरें आप देख लीजिए आपको ये नही लगता कि मेयर साहब की बातों पर विभाग अमल नही कर रहा उनकी तो छोड़िए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सफाई अभियान की भी इस विभाग को ज़रा भी परवाह नही।
चौक बड़ी काली जी मंदिर की तरफ जाने वाला ये रास्ता इसिलए काफी चलन में रहता है क्योंकि ये मंदिर तक जाने का सीधा और सरल रास्ता है पर नगर निगम की लापरवाही के चलते लोग यहां से जब गुज़रते है तो नाक पर कपड़ा डालने को मजबूर हो जाते हैं।
इसी के आस पास के दुकानदारों ने हमसे हुई बातचीत में बताया कि कूड़े की वजह से उनकी दुकानदारी चौपट हो गई है और तो और उनको चिंता इसबात की है कि आने वाले बड़े मंगल को वो भंडारे का आयोजन इस स्थान पर कैसे करेंगे जिसका प्रचार प्रसार हो चुका है।इनकी बातों और यहां पर फैली गंदगी को देख कर तो यही लगता है कि नगर निगम तब तक आंखे मूंदे रहता है जब तक उसको बुलाने के लिए अनशन ना करना पड़े वाकई हद्द है इस विभाग की उदासीनता की जिसको ना जनता के कष्ट से कोई वास्ता ना मुख्यमंत्री के आदेश की परवाह।अब आप ही कुछ करिये मुख्यमंत्री जी बड़ा मंगल तो आ ही रहा है पर साथ ही यहां मा काली के द्वार तक जाने पर संकट खड़ा हो गया है आमजन की ना सही प्रभु के नाम पर ही कुछ करिये गंदगी से सिवाय बीमारी के कुछ हासिल नही होता।