चण्डीगढ़ – हरियाणा के राज्यपाल प्रो0 कप्तान सिंह सोलंकी ने पंजाब कला भवन में तीन दिवसीय फोटो प्रदर्शनी ‘फोटो-2017’ का उद्घाटन किया। इस प्रदर्शनी का आयोजन फोटोग्राफिक सोसायटी ऑफ चण्डीगढ द्वारा अपनी रजत जयंती के अवसर पर किया गया है। इसमें इस संस्था के सदस्यों द्वारा तैयार फोटो प्रदर्शित किए गए हैं।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में राज्यपाल ने कहा कि सदियों से चली आ रही राष्ट्र की संस्कृति भी कला के माध्यम से प्रकट होती है। इससे संस्कृति का प्रवाह निरन्तर बना रहता है। इस प्रवाह को बनाए रखने के लिए साधना करनी पड़ती है। अन्य कलाकारों की भांति फोटोग्राफी कलाकारों ने भी इस दिशा में सराहनीय काम किया है। उन्होंने कहा कि कलाओं का जितना अधिक प्रसार होगा समाज उतना ही अच्छा होता जाएगा। विख्यात चित्रकार राजा रवि वर्मा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी विरासत और संस्कृति का संरक्षण करने में कला क्या महान योगदान करती है, राजा रवि वर्मा का कार्य इसका उदाहरण है।
प्रो0 सोलंकी ने कहा कि कला जीवन को सत्यम् शिवम् सुन्दरम् से समन्वित करती है। इसके द्वारा ही आत्मा का सत्य स्वरूप झलकता है। व्यक्ति जब कला के सम्पर्क में आता है तो अपना भूत-भविष्य भूल जाता है। उन्होंने कहा कि साहित्य, संगीत और कला के बिना कोई पूर्ण मनुष्य नहीं बनता। क्योंकि उसमें मानवता के गुण-प्रेम, दया, सहिष्णुता, अहिंसा आदि कला के सम्पर्क से आते हैं।
फोटोग्राफिक सोसायटी ऑफ चण्डीगढ को रजत जयंती की बधाई देते हुए राज्यपाल ने समाज के प्रति इसके रचनात्मक योगदान की सराहना की। उन्होंने प्रदर्शनी में दिखाए गए फोटो को उत्सुकता से देखा और उत्कृष्ट कार्य करने वाले फोटोग्राफी कलाकारों और फोटोग्राफिक सोसायटी ऑफ चण्डीगढ के संस्थापक सदस्यों तथा दिल्ली से विशेष रूप से पधारे विख्यात फोटोग्राफर अनुराग जेतली को सम्मानित भी किया। राज्यपाल ने सोसायटी की रजत जयंती पुस्तिका का विमोचन भी किया।
फोटोग्राफिक सोसायटी ऑफ चण्डीगढ के अध्यक्ष नवनीत सक्सेना ने राज्यपाल का स्वागत किया और सोसायटी की 25 साल की उपलब्धियों को विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि सोसायटी के सदस्य आने वाली पीढी को फोटोग्राफी कला के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए विद्यालयों के 350 विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दे रहे हैं। सोसायटी के संरक्षक डॉ0 एस0एस0 भामरा ने सबका धन्यवाद किया।