धर्मशाला: पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने चुनावों में कांग्रेस पार्टी की हार के लिए सुक्खू के दावे को नकारते हुए ई.वी.एम. को जिम्मेदार ठहराया है। बुधवार को तपोवन में पार्टी की हार के संबंध में पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए वीरभद्र सिंह ने कहा कि जिन क्षेत्रों में कांग्रेस पार्टी स्ट्रांग थी, उन क्षेत्रों में हुई पराजय का बड़ा कारण ई.वी.एम. रही हैं। पूर्व सी.एम. से जब पूछा गया कि चुनावों में धूमल भी हारे हैं तो उन्होंने कहा कि सिलैक्टिव स्थानों पर ई.वी.एम. से छेड़छाड़ हुई है। पूर्व मुख्यमंत्री ने सत्ता में खींचतान को हार की वजह बताए जाने पर टिप्पणी करते हुए कहा कि ऐसी वजह से नहीं हारे बल्कि चुनावों में हार के लिए मशीनें ही जिम्मेदार रही हैं।
खाली खजाने पर बोले-मैं कोई अकाऊंटैंट नहीं
सी.एम. रिलीफ फंड खाली होने के मुख्यमंत्री के बयान पर पूर्व सी.एम. ने कहा कि सरकारी खजाना कभी खाली नहीं होता है। हालांकि उन्होंने कहा कि वह कोई अकाऊंटैंट नहीं जो इस बात को देखें कि कौन-सा खजाना खाली और कौन-सा भरा हुआ है। उन्होंने कहा कि उनकी पूर्व कांग्रेस सरकार ने कभी भी प्रतिशोध की भावना से न तो कोई केस बनाया है और न ही प्रतिशोध में वह विश्वास रखते हैं। यदि सरकार अब कोई केस वापस लेना चाहती तो अच्छी बात है। कांग्रेस पार्टी का खजाना खाली होने के संबंध में वीरभद्र सिंह ने कहा कि पार्टी के पास फंड्स की कोई कमी नहीं है।
थप्पड़ कांड बनाया राई का पहाड़
कांग्रेस नेता वीरभद्र सिंह ने आशा कुमारी के थप्पड़ मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इस मामले में राई का पहाड़ बनाया गया है, जबकि यह कोई बड़ी बात नहीं है, जिसे इस तरीके से उछाला जाए व हवा दी जाए। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जब भी कोई बड़ा नेता प्रदेश में आता है तो जानबूझ कर इस प्रकार का माहौल तैयार किया जाता है। कुछ चुनिंदा लोगों को नेताओं के पास भेजा जाता है जबकि दूसरों की उपेक्षा की जाती है। ऐसा माहौल तैयार करना सही बात नहीं है।