कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के सहारनपुर में जातीय संघर्ष का जायजा लेने के लिए जाने का पता चलते ही बागपत का पुलिस प्रशासन टेंशन में आ गया। अफसरों ने पुलिस टीम के साथ शनिवार सुबह ही यूपी-हरियाणा सीमा की निवाड़ा चौकी पर डेरा डाल दिया था। उन्होंने प्रत्येक वाहन की चेकिंग की। बाइक सवारों के हेलमेट उतारकर देखे, कहीं राहुल गांधी तो नहीं।
सहारनपुर के जातीय संघर्ष ने प्रदेश को हिलाकर रख दिया है। पांच दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री मायावती सहारनपुर पहुंची थी। इसके बाद भी वहां पर खून-खराबा हुआ था। शनिवार की सुबह पता चला कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी सहारनपुर में स्थिति का जायजा लेने जा रहे हैं। इससे अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
लखनऊ में बैठके उच्चाधिकरियों ने जनपदीय अफसरों को निर्देशित किया किसी भी स्थिति में राहुल गांधी को सहारनपुर में न पहुंचने दिया जाए। सूचना मिलते ही बड़ौत एसडीएम दर्शन सिंह निगम और बागपत सीओ श्वेताभ पांडेय पुलिस टीम के साथ यूपी-हरियाणा बॉर्डर की निवाड़ा चौकी पर पहुंच गए। उन्होंने वहां से गुजर रहे प्रत्येक वाहन की चेकिंग की। रोडवेज बस ही नहीं दुपहिया वाहनों पर हेलमेट लगाकर जा रहे लोगों की भी चेकिंग की।
शाम तक यहीं सिलसिला जारी रहा, लेकिन वहां पर राहुल गांधी नहीं पहुंचे। सीओ श्वेताभ पांडेय ने कहा राहुल गांधी को रोकने के लिए बार्डर पर चेकिंग की गई है। वहां पर राहुल गांधी नहीं पहुंचे।