बड़वानी,अंजड़।जिले में स्वास्थ्य सेवाएं इतनी लचर हो चुकी है कि समय पर एंबुलेंस भी उपलब्ध नहीं हो पा रही है। शनिवार को एक बार फिर स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खोलती एक घटना सामने आई है। एक गर्भवती प्रसव पीड़ा से तड़पती रही और परिजन 108 एंबुलेंस को फोन लगाते रहे। डेढ़ घंटे के इंतजार के बाद भी एंबुलेंस नहीं पहुंची और महिला का प्रसव घर में ही हो गया। घटना शनिवार शाम 5.30 बजे से 7 बजे के बीच अंजड़ की है।
जवाब मिला वाहन व्यस्त है
नगर के नवलपुरा क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 5 निवासी ज्योति पति लक्ष्मण को शनिवार की शाम करीब 5.30 बजे प्रसव पीड़ा शुरू हुई। इसकी सूचना मिलते ही आशा कार्यकर्ता मंजुला चौहान भी पहुंच गई। आशा कार्यकर्ता ने तत्काल अंजड़ के 108 जननी एंबुलेंस को फोन पर सूचना दी, लेकिन वहां से जवाब मिला वाहन व्यस्त है। कुछ देर बाद दोबारा 108 पर फोन लगाया उस समय भी यहीं जवाब दिया गया। ऐसे में उन्होंने राजपुर या बड़वानी से वाहन की व्यवस्था कराने की बात कही तो वह भी उपलब्ध नहीं हो पाया। फिर आशा कार्यकर्ता ने बड़वानी फोन लगाया, लेकिन फोन नहीं लगा। बार-बार कोशिश करने पर जब फोन लगा तो बताया कि वाहन उपलब्ध नहीं है।
डेढ़ घंटे तक तड़पती रही गर्भवती
एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं होने व उपचार नहीं मिलने से गर्भवती महिला बिना इलाज के लगभग डेढ़ घंटे से अधिक समय तक तड़पती रही और आखिरकार डेढ़ घंटे बाद उसका प्रसव घर पर ही हो गया। जिसे अशाकार्यकर्ता मंजुला चौहान व आस-पड़ोस की महिलाओं को बुलवाकर प्रसव करवाया गया। उसके बाद भी एंबुलेंस के न आने पर मजबूर होकर लक्ष्मण अपनी पत्नी ज्योति को बाइक से ही लेकर शासकीय अंजड़ अस्पताल के लिए निकल पड़ा, जहां चिकित्सक ने परीक्षण के बाद जच्चा-बच्चा की हालत सामान्य बताई। व प्राथमिक उपचार के बाद जच्चा-बच्चा शासकीय अंजड़ अस्पताल में भर्ती है। पूरे मामले को लेकर ज्योति के परिजन ने स्वास्थ्य सेवाओं पर उंगली उठाते हुए आक्रोश जताया है।