लोकसभा उपचुनाव के बाद मतगणना स्थल पर ईवीएम मशीन व वीवीपेट मशीनों में कथित छेड़छाड़ की शिकायत को लेकर म खासा बवाल खड़ा हो गया है। ईवीएम में छेड़छाड़ की आशंका के चलते शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन, पूर्व मेयर कमल बाकोलिया, चुनाव एजेंट विवेक पाराशर सहित कांग्रेसी अचानक पॉलीटेक्निक कॉलेज पहुंचे। यहां उन्हें पता चला कि प्रशासनिक लापरवाही के कारण जहां ईवीएम वाले कमरों पर सील चपड़ी नहीं मिली।
मौके पर मसूदा, विधानसभा क्षेत्र के कमरे में एक ईवीएम खुली पड़ी नजर आई जिस पर सील भी नहीं थी। कांग्रेस नेताओं ने ईवीएम मशीनों को 12 घंटे बाद भी मंगलवार दोपहर तक सील नहीं करने को गंभीर माना। जैन ने इसकी सूचना तत्काल जिला कलक्टर गौरव गोयल को फोन पर दी और चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाया।
जैन ने आरोप लगाया कि प्रशासनिक तंत्र पूरी तरह सरकार के ऐजेंट के रूप में काम कर रहा है। 10 घंटे तक ईवीएम के कक्षों को सील नहीं करना लापरवाही की पराकाष्ठा है। जिला निर्वाचन अधिकारी गौरव गोयल ने उन्हें सभी कक्षों का अवलोकन करवाकर सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी दी।
कांग्रेसियों की मौजूदगी में कक्षों को मोहर बंद सील किया गया। अजमेर के इतिहास में यह पहला अवसर होगा। जिसमें ईवीएम की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए गए हैं। इस मौके पर पूर्व महापौर कमल बाकोलिया, विजय नागौरा, श्याम प्रजापति, शिव कुमार बंसल, आरिफ खान, राजकुमार गर्ग, लोकेश शर्मा, मुकेश शर्मा, सागर मीणा, मनीष सेठी, रश्मि हिंगोरानी, दिनेश, सबा खान मौजूद थे।
केन्द्रीय चुनाव आयोग को भेजी शिकायत
कांग्रेस प्रत्याशी रघु शर्मा के मुख्य चुनाव अभिकर्ता विवेक पाराशर ने इस संबंध में केन्द्रीय चुनाव आयोग को भी शिकायत भेजकर परिसर को प्रथम श्रेणी सुरक्षा में लेकर सील करने की मांग की है, ताकि ईवीएम में गड़बड़ी को रोका जा सके। उन्होंने जो मशीनें खुली पाई गई है। उनकी भी जांच करने की बात कही है। मालूम हो कि उपचुनाव में सबसे ज्यादा 30 शिकायत कांग्रेस ने की हैं। भाजपा ने करीब 10-12 शिकायतें ही की हैं।
मीडिया की मौजूदगी पर भड़के..
कलक्टर गौरव गोयल मीडिया को देखते ही नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि मतगणना स्थल पर मीडिया को किसने बुलाया है। उन्होंने तत्काल पुलिस को मीडिया को बाहर करने के निर्देश दिए।