लखनऊ, दीपक ठाकुर। महाराष्ट्र निकाय चुनाव में के नतीजों से विरोधियों की चिंताएं ज़रूर बढ़ गई होंगी क्योंकि भारतीय जनता पार्टी ने बी एम सी चुनाव में वो कर दिखाया जिसकी उसके विरोधियों को कतई उम्मीद नहीं थी पिछली बार के मुकाबले इस बार डबल से भी ज़्यादा सीटें पा कर बी जे पी ने ये साफ़ कर दिया है कि जनता उनके साथ खड़ी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात का असर जनता के बीच हो रहा है ये जीत इस ओर ज़रूर इशारा कर रही है।
उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव चल रहे है जिसमे भाजपा को रोकने का सभी अन्य दल पूर्ण प्रयास भी कर रहे हैं बड़े बड़े नेता हर चुनावी भाषण में मोदी के खिलाफ एक जुट नज़र आ रहे है कोई उनकी निति पर सवाल उठा रहा है तो कोई उनकी नीयत पर संदेह दर्शा रहा है सभी एक सुर में ये कह रहे है कि जनता मोदी को समझ गई है और उसका मोह भाजपा से भांग हो गया है यही सोच कर शायद शिवसेना भी बी एम् सी चुनाव में अकेले ही कूद पड़ी थी हालांकि शिवसेना बड़े दल के रुप में सामने आई ज़रूर पर भाजपा को कमतर आंकना उसको भारी पड़ गया क्योंकि भजपा सिर्फ दो सीट ही शिवसेना से पीछे रह गई है।
यहाँ इस बात का जिक्र करना इसलिए जरूरी था क्योंकि जो गलती शिवसेना ने की थी वही गलती उत्तर प्रदेश के हर राजनैतिक दल कर रहे हैं सभी ये मान बैठे हैं कि भाजपा से जनता का मोह भंग हो गया है नोटबंदी और मोदी के भाषण ही उन पर भारी पड़ेंगे पर बी एम सी चुनाव के आये नतीजो से जो संकेत मिले है वो विरोधियों के लिए संकट से कम नहीं लग रहे क्योंकि जनता ने मोदी पर अपना विशवास बरकरार रखा है।
अब अभी ये कहना जल्दबाजी होगी की यूपी में क्या होगा चुनावी परिणाम पर इतना ज़रूर कहा जा सकता है कि देश की जनता का मूड किस ओर इशारा कर रहा है।।।