विराट कोहली ने टेस्ट में अपने सभी 6 दोहरे शतक पिछले 17 महीनों में लगाए हैं।
लगातार दो टेस्ट मैचों में दोहरा शतक जड़ने के बााद कप्तान विराट कोहली। (Photo: PTI)
विराट कोहली ने रविवार (3 नवंबर) को दिल्ली टेस्ट में दोहरा शतक जड़कर इतिहस रच दिया। वह टेस्ट क्रिकेट इतिहास में 6 दोहरे शतक लगाने वाले इकलौते कप्तान हैं। उन्होंने राहुल द्रविड़ की जगह ली, जिनके पांच दोहरे शतक हैं। कोहली ने वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर की बराबरी की जो टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा दोहरे शतक लगाने वाले भारतीय हैं। यह इस सीरीज में कोहली का दूसरा और लगातार दो मैचों में दूसरा दोहरा शतक है। दूसरे दिन के बाद, एक ऑन-फील्ड इंटरव्यू में विराट कोहली ने कहा कि उन्हें बड़े शतक लगाने की प्रेरणा चेतेश्वर पुजारा से मिली। कोहली ने कहा कि उन्होंने पुजारा से लंबे वक्त तक बल्लेबाजी करने की कला सीखी है। श्रीलंका के खिलाफ नागपुर टेस्ट में पुजारा टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 3,000 रन बनाने वाले भारतीय क्रिकेटर बन गए। उन्होंने सिर्फ 32 मैचों की 53 पारियों में यह मुकाम हासिल किया, जबकि सचिन तेंदुलकर ने इतने रन बनाने के लिए 55 पारियां खेलीं। पुजारा ने इस साल सिर्फ 16 पारियों में ही 1000 से ज्यादा रन ठोंक दिए हैं। अब तक उन्होंने तीन शतक और छह अर्द्धशतक जड़ दिए हैं।
दोहरा शतक जड़ने के बाद कोहली ने इंटरव्यू में कहा, ”गजब का एहसास है। मेरा इरादा बड़े शतक बनाने का हमेशा से था, यह मैंने आपको (पुजारा) अपने कॅरियर में करते हुए देखा है और सीखा भी है कि कैसे लंबे समय तक एकाग्रता बनाए रखें। हम सबने इनसे (पुजारा) से लंबी पारियों, उनकी एकाग्रता और बल्लेबाजी करने की उनकी जीवटता से सीखा है। तो मैं भी प्रेरित हुआ और टीम के लिए लंबे समय तक बल्लेबाजी करना संभव हो सका। अब मैं सिर्फ यही सोचता हूं कि टीम के लिए कैसे लंबे समय तक खेलूं।”
विराट कोहली ने अपने सभी 6 दोहरे शतक पिछले 17 महीनों में लगाए हैं। अब अंतरराष्ट्रीय कॅरियर में उनके कुल 52 शतक हो चुके हैं। हालांकि कोहली ने पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ वानखेड़े स्टेडियम में खेली गई 235 रनों की पारी को अपना सर्वश्रेष्ठ दोहरा शतक करार दिया। कोहली ने कहा, ”मेरा पसंदीदा शतक एडिलेड की दूसरी पारी (ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ) और अभी तक पसंदीदा दोहरा शतक मुंबई का 235 (इंग्लैंड के खिलाफ) है।”